




बेतिया/मझौलिया। |राजू शर्मा| विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मझौलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया । मैके पर उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ओम प्रकाश ने पर्यावरण के प्रति जागरूक किया और कहा कि प्रकृति के संरक्षण के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस बात की जानकारी होते हुए भी लोग प्रकृति और पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों के कारण आज विश्व विनाश की ओर जा रहा है। यदि जनजीवन को क्रोधित किया जाए तो हर व्यक्ति को अधिक से अधिक प्रदूषण कर पर्यावरण संरक्षण को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। निरंतर बढ़ता परिवेश सिर्फ मानव के लिए ही नहीं बल्कि हमारी प्रकृति के लिए भी खतरनाक है। स्वस्थ और स्वच्छ प्रकृति मानव जीवन का आधार है। प्रकृति हमें जीवन जीने के लिए सभी जरूरी चीजें उपलब्ध कराती है, ऐसे में इसके दोहन हमारे जनजीवन को प्रभावित कर सकता है।
पर्यावरण दिवस मनाने का मकसद प्रकृति को संरक्षण और दूसरे खतरे से बचाना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और ऊर्जा संरक्षण जैसे उपायों को अपनाकर हम पर्यावरण की रक्षा में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं। मौके पर उपस्थित डॉक्टर मेराजुल हक ने कहा कि अत्यधिक बढ़ती हुई गर्मी ग्लोबल वार्मिंग का एक कारण है, जो मानव जीवन को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। विश्व पर्यावरण दिवस इस बात की याद ताजा करती है कि आज की पीढ़ी को आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को संरक्षित करना कितना महत्वपूर्ण है। जलवायु परिवर्तन और चट्टानों की कटाई ही बढ़ते पर्यावरण की मुख्य वजह है। यदि हम सभी पर्यावरण संरक्षण को अपना कर्तव्य समझ लें तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। मौके पर डॉक्टर शिवशान्त कुमार, डॉक्टर सुधीर कुमार, राजेश कुमार ,डॉक्टर अविनाश कुमार सहित अन्य चिकित्सा कर्मी मौजूद थे ।