भाजपा के शासन काल में जातिगत हिंसा बढ़ीं उक्त बातें भाकपा-माले केन्द्रीय सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहीं।
प0 चंपारण बेतिया। भाजपा के शासन काल में जातिगत हिंसा की घटनाएं बढ़ीं है सांप्रदायिकता फैलाने और दलितों पिछड़ों के अधिकारों के खिलाफ मनुस्मृति थोपने वाली आरएसएस के खिलाफ लोकतंत्रिक ताकतों को एकजुट होकर मुकाबला करना होगा, उक्त बात भाकपा-माले केन्द्रीय सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहीं, आगे कहा की राजस्थान के जालौर जिले में आरएसएस द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाध्यापक छैल सिंह द्वारा अनुसूचित जाति के छात्र इन्द्र कुमार मेघवाल की बुरी तरह पिटाई कर हत्या कर दी गई दलित छात्र इन्द्र कुमार मेघवाल को न्याय दिलाने के बदले आज शासन के सभी तंत्रों द्वारा हत्यारे शिक्षक को निर्दोष साबित करने में लगा हुआ है, आगे मासूम बच्चे इंद्र कुमार मेघवाल की तरह फिर किसी दलित छात्र नौजवान के साथ हिंसा न हो इसके लिए कठोर से कठोर कानून बनाने और बालक इन्द्र कुमार मेघवाल के परिवार को न्याय देने और 20 लाख मुआवजा देने की मांग किया तथा हत्यारा प्रधानाध्यापक छैल सिंह को कठोर से कठोर सजा देने की मांग किया, इसके लिए और बड़े आंदोलन करने का आह्वान किया गया। सभा की अध्यक्षता कर रहे मूलनिवासी संघ के अध्यक्ष रविन्द्र कुमार रवि ने कहा कि दलित छात्र का कसूर बस इतना था कि उसने घडे़ से पानी पी लिया था, छात्र की उम्र महज 9 वर्ष थी, वह कक्षा 3 का छात्र था, जिन्हें मनुवादी – सांप्रदायिक- जातिवादी शिक्षक छैल सिंह ने हत्या कर दिया, यह महज़ एक घटना बस यही नही है, यह सदियों से दस्तूर जारी है। जिसके खिलाफ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और शहीदे आजम भगत सिंह के रास्ते पर चल कर ही इस मनुवादी और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली ताकतों को मुहतोड़ जबाब दिया जा सकता है। खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि आरएसएस वर्षों से विभिन्न संस्थानों द्वारा जातिगत भेदभाव व छूआछूत और हिंसा को बढ़ावा दे रही है, वही भाजपा सत्ता में आने के बाद बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान को लगतार कमजोर कर रहीं हैं, आरएसएस और भाजपा का संयुक्त कोशिश है, संविधान को धीरे – धीरे कमजोर कर हिंदू राज यानी तथा कथित चार “उच्च” वर्णों का राज बनाना चाहती है। जिसके खिलाफ तमाम मजदूरों किसानों, छात्रों नौजवानों को संगठित कर संघर्ष करने का आह्वान किया, राकेश कुमार अम्बेडकर ने कहा कि भाजपा के शासन काल में जातिगत हिंसा की घटनाएं और बढ़ी है, कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश और बिहार में तथा कथित “उच्च” वर्णों द्वारा जातिगत हिंसा तथा हत्या सामने आया था। आरएसएस और भाजपा सभी संवैधानिक, प्रशासनिक और न्यायिक संस्थाओं के महत्वपूर्ण पदों पर जातिवादी, नफरतीं दिमाग वालों को बैठाया है। कृत रंजन ने कहा कि आज भाजपा के शासन में लोकतंत्रिक अधिकारों को लेकर, न्याय को लेकर, रोजगार को लेकर, शिक्षा को लेकर उठाने वाली हर आवाज को दमन कर खत्म कर रहीं हैं। अन्त में रवींद्र कुमार रवि, राकेश अम्बेडकर, कृत रंजन कुमार, मदन राम और पप्पू राम द्वारा राष्ट्रपति को तीन सूत्रीं मांगों का एक ज्ञापन सौपने की बात कही है जिसमें इंद्र कुमार मेघवाल के हत्यारा छैल सिंह को स्पीडी ट्रायल के जरिए फांसी की सजा जिया जाए, मृतक इंद्र कुमार मेघवाल के परिजन को ₹50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए एवं मृतक के परिवार के किसी दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दिया जाए। धरना को संजय राम, सीता राम, नंदलाल प्रसाद, दीपक राम, मदन राम, उपेन्द्र राम,धरमेन्दँर राम,सुभाष राम आदि नेता गण भी संबोधित किये। जिसके खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने पर बल दिया।