मुजफ्फरपुर में पहले किया इंकार, समझाने पर 72 छात्राओं ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा।

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बिहार/मुजफ्फरपुर। मंगलवार को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने गए टीम को उस वक्त मुसीबत का सामना करना पड़ा जब मंगलवार को वार्ड नंबर 29 स्थित आवासीय कन्या विद्यालय की प्राचार्य, छात्राएं, शिक्षक और कर्मचारियों ने फाइलेरिया रोधी दवा को खाने से मना कर दिया। आवासीय विद्यालय की  प्राचार्या नीलम कुमारी का कहना था कि दवाई खिलाने से अगर छात्राओं को कुछ होता है तो इसका सीधा आरोप उन पर आएगा। यह बात जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार के संज्ञान में गयी। उन्होंने अघोरिया बाजार के मेडिकल ऑफिसर और पीसीआई को कहा। उन्होंने तुरंत ही वहां जाकर प्राचार्या नीलम कुमारी से बात की। उन्हें भरोसा दिलाया और एक घंटे के भीतर ही प्राचार्य, छात्राओं एवं कर्मचारियों सहित कुल 72 लोगों ने दवा खाई। छात्राओं को फाइलेरिया के बारे में जानकारी देने के बाद छात्राओं ने अगले वर्ष भी फाइलेरिया रोधी दवा खाने का वचन दिया। जिले में अभी तक कुल लक्ष्य के विरूद्ध 72 प्रतिशत लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन किया है। छूटे हुए लोगों के लिए 2 मार्च तक मॉप अप राउंड चलाया जाएगा। सीआरपीएफ कैंप झपहा में मंगलवार को फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन का शुभारंभ किया गया। फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन का शुभारंभ वहां के डीआईजी संजीव चौधरी एवं समादेष्टा पपीहा सेन गुप्ता ने किया। कैंप के अंतर्गत सभी जवानों एवं उनके परिवारजनों को भी फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा रहा है। ज्ञात हो कि झपहा सीआरपीएफ कैंप में जवानों की संख्या एक हजार से ऊपर है। वहीं उनके परिवार जन को लेकर कुल संख्या 3200 है। मौके पर केयर के डीपीओ सोमनाथ ओझा और भीडीसीओ रौशन कुमार भी मौजूद थे।

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