




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। नेपाल में जारी हिंसा और उपद्रव भले ही थम गया हो लेकिन कुछ स्थानों पर कर्फ्यू में ढील और यातायात व्यवस्था बहाल होने के बाद भी वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज सीमा पर चौकसी बरकरार है। भारतीय सीमा पर फिलहाल किसी नेपाल के नागरिक की इंट्री भारत में नहीं दी जा रही है। सीमा पर एसएसबी और पुलिस तैनात है। बॉर्डर से सटे बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। नेपाल में जारी हिंसा की वजह से भारतीय सीमा पर आवाजाही पूरी तरह ठप है। इस कारण भारतीय बाजारों में रौनक गायब हो गई है।नेपाल के इस संकट से बेटी-रोटी के संबंधों पर खासा प्रभाव पड़ा है। भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता सदियों पुराना है। कारोबारी संबंध भी हैं। पड़ोसी देश में चल रहे भारी उथल-पुथल के बीच सीमा पर रिश्तों की नाकेबंदी कर दी गई है। पिछले कई दिनों से नेपाल से न तो किसी को भारत आने दिया जा रहा है और ना ही किसी को नेपाल जाने के लिए एंट्री दी जा रही है। अत्यंत आवश्यक कार्यों या गंभीर रूप से बीमारों को कड़ी पूछताछ और उनके कागजात देखने के बाद ही भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। भारत और नेपाल का रिश्ता सिर्फ पड़ोसी देशों का नहीं है, बल्कि यह रिश्ता सदियों पुराना रोटी-बेटी के बंधन से भी जुड़ा हुआ है। जिसमें व्यवधान उत्पन्न होने से दोनो तरफ लोग मायूस हैं।
नेपाल की रोजमर्रा की जरूरत भारतीय बाजारों से पूरा होता है चाहे कृषि उपज हो, सब्ज़ियां और खाद्य सामग्री जैसी बुनियादी जरूरतें, हालांकि हाल के दिनों में नेपाल में बने हालात और आयात-निर्यात की रुकावट ने इस गहरे आर्थिक संबंध पर सवाल खड़ा कर दिया है।विशेषज्ञों की मानें तो अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो दोनों देशों की अर्थव्यवस्था, खासकर बिहार और सीमावर्ती इलाकों में बड़ा असर देखने को मिल सकता है। नेपाल से भी कुछ चीजें बिहार में आती हैं। इनमें खाद्य मसाले, औषधीय जड़ी-बूटियां, कपड़े, बैग और जूते शामिल हैं।
भारत और नेपाल के बीच सिर्फ आर्थिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रिश्ते भी गहरे हैं। सीमावर्ती जिलों में दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से शादी-ब्याह करते हैं। रोजगार के लिए आवाजाही करते हैं और त्योहारों में एक-दूसरे की भागीदारी होती है। ऐसे में अगर व्यापार बाधित होता है तो यह केवल आर्थिक परेशानी नहीं होगी, बल्कि रिश्तों की सहजता और सांस्कृतिक संपर्क पर भी असर पड़ेगा। बहरहाल नेपाल घटनाक्रम को ले भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है। एसएसबी व पुलिस ने संयुक्त पेट्रोलिंग कर रही है। खासकर सीमा पर असमाजिक तत्वों तथा नेपाल के जेल से भागे कैदियों पर पैनी नजर रखे है। गंडक बराज चेकपोस्ट पर पहचान पत्र जांच करने के बाद ही आने-जाने दिया जा रहा है। जवानों द्वारा संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है। खुफिया एजेंसियों को सीमा पार से होने वाली हर गतिविधि पर विशेष नजर रखने को कहा गया है।अधिकारियों के अनुसार नेपाल में स्थिति सामान्य होने तक सीमा पर कड़ी निगरानी जारी रहेगी। सुरक्षा बलों का संयुक्त गश्त अभियान भी जारी रहेगा। सभी संभावित प्रवेश मार्गों पर विशेष नजर रखी जा रही है।