




सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका
बिहार/बांका। बांका जिला के फूली डूमर प्रखंड अंतर्गत उत्तरी कोझी पंचायत के राजवाड़ा एवं मोहन पुर जंगल में स्थानीय ग्रामीणों के मदद से कीमती लकड़ी तस्करों द्वारा रात के अंधेरे में मोटे-मोटे शखुआ वृक्ष की इलेक्ट्रॉनिक आरा से कटाई जोरो से चल रही है। वन विभाग के सिपाही एवं पदाधिकारी की लापरवाही से प्रतिदिन हरे वृक्ष की कटाई लगातार जारी है। इस संबंध में कई बार समाचार पत्रों में भी प्रकाशित किया गया है। इसके बावजूद भी अगर वन विभाग के आला अधिकारी मौन है तो इससे साबित होता है कहीं ना कहीं कुछ बात है। वन विभाग द्वारा बन सुरक्षा को लेकर प्रत्येक बीट में वन अध्यक्ष बनाया गया है। इसके बावजूद भी अगर विभाग को इस बात की जानकारी नहीं हो पाती है तो वैसे बन सुरक्षा अध्यक्ष को तत्काल कर्तव्य हीनता के कारण उन्हें हटाना ही वन विभाग के लिए उचित साबित होगा। राजवाड़ा एवं मोहनपुर गांव के दर्जनों लोगों ने कई बार इस संबंध में विभाग से दूरभाष पर शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके बावजूद भी यह लगातार जारी है। जानकारी होगी मोहनपुर जंगल में बेश कीमती लकड़ी सखुआ कि मोटे वृक्ष की कटाई स्थानीय ग्रामीणों के मदद से मुंगेर जिले के तस्कर अपना मशीन लेकर जाकर वृक्ष की कटाई कर रहे हैं। और स्थानीय लोगों के सहयोग से यह लकड़ी एक जिले से दूसरे जिला जा रहा है।
और विभाग को इसकी जानकारी नहीं हो इस बात से निश्चित साबित होता है कि विभाग के कर्मी एवं पदाधिकारी लापरवाह है। जानकारी के अनुसार कोझी विट के बन अध्यक्ष गणेश कोल के द्वारा राहुल कुमार वनरक्षी को दूरभाष पर इसकी सूचना दी गई थी। इसके बाबजूद भी इसपर किसी प्रकार की संज्ञान नहीं लिया गया। जंगली क्षेत्र गांव के लोगों द्वारा अपना नाम न छापने को लेकर बताया गया की जंगली क्षेत्र के कुछ दबंग अपराधी विचारधारा के लोगों द्वारा बाहरी लकड़ी तसकरो को बुला बुला कर ऐसा गोरख धंधा करके मोटी कमाई का कारोबार करते हैं। और चडूआ का वितरण करते हैं ग्रामीण लोगों द्वारा यह भी बताया गया की अगर इस पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई तो कुछ दिनों में जंगल में सखुआ वृक्ष विहीन हो जायेगा।