




गंडक बैराज नियंत्रण कक्ष के अधिकारी कर्मी हुए मुस्तैद
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। वाल्मीकिनगर में बाढ़ की तैयारी शुरू हो गई है। एक जून से गंडक बैराज नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम में लग गया है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं सिंचाई कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है। साथ ही सभी कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ से जुड़ी जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर दी जा रही है ।
एक जून से बिहार में बाढ़ सीजन की शुरुआत हो गई है। हालांकि, अभी मानसून की आवक नहीं हुई है । गंडक नदी अपने सामान्य वेग से बह रही है। लेकिन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। इस बार सुरक्षा और बचाव के कुछ नए उपाय किए जा रहे हैं। रविवार से आठों पहर के लिए गंडक बराज नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय हो गया है।और प्रतिनियुक्ति वाले स्थान पर अभियंता एवं कर्मी मुस्तैद हो गए हैं। बताते चलें कि
बिहार में एक जून से 30 अक्टूबर तक बाढ़ अवधि होती है। पिछले वर्ष मानसून के अंत में वाल्मीकिनगर में गंडक बराज से रिकॉर्ड जल-प्रवाह हुआ था। विभाग को उससे कुछ सीख भी मिली है। इसीलिए बचाव और सुरक्षा की तैयारी पूरे अक्टूबर तक के लिए हो रही है।
गंडक बराज से अप्रत्याशित जलस्राव पर संबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं जिलाधिकारियों को पूर्व सूचना दी जाती है।
बाढ़ अवधि की शुरुआत
गंडक बराज नियंत्रण कक्ष वाल्मीकिनगर में बाढ़ अवधि की शुरुआत हो गई है। जल संसाधन विभाग द्वारा गंडक बराज की सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है।
एक जून से शुरू होता है बाढ़ अवधि
जल संसाधन विभाग का बाढ़ अवधि एक जून से शुरू होता है,जो 30 अक्टूबर तक चलता है।इस दौरान विभाग के सभी कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रख 36 फाटकों की निगरानी बढ़ा दी जाती है। गंडक बराज पर विभाग के कर्मचारियों को चार शिफ्टों में 24 घंटे ड्यूटी पर लगा फाटकों की निगरानी सहित जल स्तर के बढ़ोतरी पर ध्यान रखा जाता है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में तैनाती की जाती है।
नेपाल के अधिकारियों से होगा बेहतर तालमेल
गंडक बराज के अधिकारियों के आपसी तालमेल से बाढ़ अवधि के दौरान चौकस रहने के साथ ही सूचना का आदान-प्रदान और आपसी सहयोग से कार्यो का निष्पादन करने पर बल दिया जा रहा है । गंडक बराज के सभी गेटों का सफलता पूर्वक संचालन कर जांच की गई है। सभी गेट जांच में दुरूस्त पाए गए हैं । अभी बाढ़ आने में कुछ वक्त शेष है । अभियंताओं की टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इस बाबत गंडक बराज नियंत्रण कक्ष के सूत्रो ने बताया कि वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में आगामी बाढ़ अवधि 2025 को ध्यान में रखते हुए कार्य करने हेतु टीम गठित कर पदाधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। टीम-1प्रथम पाली,टीम-2 द्वितीय पाली,टीम-3 तृतीय पाली एवं टीम-4 आरक्षित पाली के रूप में कार्य प्रारंभ करेंगे।प्रत्येक टीम सोमवार को सप्ताह के रूप में बदल जाएगी। अंतिम पाली की टीम अगले सप्ताह के लिए आरक्षित हो जाएंगी एवं आरक्षित टीम पाली में प्रति स्थापित हो जाएगी। यह चक्र क्रमानुसार चलता रहेगा। तथा अगले आदेश तक जारी रहेगा। पाली का विवरण निम्न प्रकार से है। प्रथम पाली 6 बजे से सुबह से दो बजे दोपहर तक। दूसरी पाली 2:00 बजे से 10:00 बजे रात्रि तथा तीसरी पाली 10:00 बजे रात्रि से 6:00 बजे सुबह तक। यह आदेश दिनांक 1 जून 2025 से प्रभावी हो गया है।