बगहा/चौतरवा। आखिरकार सावन के महीना में नवें दिन झमाझम बारिश होने से किसानों के चेहरे खिले। पहले मजदूर किसान बारिश के लिए आकाश की ओर एक टक देख रहे थे। किसान काफी मशक्कत कर पम्पिंग सेट से 200 से 250 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से सिंचाई कराकर रोपनी का कार्य कर रहे थे। वही रोपनी किए गए फसल के पोषण की चिंता सता रही थी। बुधवार को बारिश की पहली फुहार पड़ते ही चारों ओर खुशी की लहर दौड़ गई। वही किसानों ने बताया कि लगातार पानी जारी रहने पर ही धान के फसल का विकास होता है । वैसे लम्बे इंतजार के बाद हुई बारिश से पहली बार हरियाली दिखाई पड़ रही है।