




मूसलाधार बारिश के बाद गंडक नदी में हुई जल स्तर वृद्धि के बाद चकदहवा बीन टोली, कान्ही टोला सहित झंडू टोला के 100 से ज्यादा घरों में घुसा बाढ़ का पानी
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- गंडक नदी के किनारे बसे चार गांवों के लोगों को पिछले कई वर्षों से बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। गंडक के किनारे रहने वाले गरीब वर्ग के इन लोगों को बाढ़ के साथ-साथ बारिश के पानी से भी दुश्वारियां होती है। मंगलवार और बुधवार के दिन 124 एमएम बारिश होने के बाद गंडक नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि होने लगी। जिसके कारण तटीय क्षेत्रों में बाढ़ और बारिश के पानी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू किया। गंडक बराज से बुधवार की सुबह 1.97 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। 2025 में पहली बार गंडक बराज से इतने पानी का डिस्चार्ज किया गया था। यह पानी तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों के घरों में घुसने लगा। मंगलवार की रात से इन चार गांव में पानी का घुसना शुरू हो गया जो बुधवार दोपहर शाम तक लोगों को परेशानी में डाले रखा। फिलहाल गंडक ब्रांच से 1 लाख 63 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। हालांकि बुधवार की अपेक्षा फिलहाल स्थिति सामान्य बनी हुई है।
सड़कों पर कमर तक बह रहा पानी
बगहा वाल्मीकिनगर मुख्य पथ से चकदहवा जाने वाली मार्ग पर मंगलवार से लेकर बुधवार की शाम तक सड़कों पर पानी बहने से आवागमन बाधित रहा। कमर से ऊपर पानी के बहाव के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा सके। पूर्व से ही बिन टोली, झंडू टोला, चकदहवा गांव में जाने के लिए मार्ग नहीं है। जो मार्ग है उसमें भी गड्ढे पड़े हैं। फिलहाल उन गांव में रहने वाले लोगों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।