




भादो महीने के तेरस व अनंत चतुर्दशी को जलाभिषेक करेंगे शिव भक्त
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। सावन महीने से लेकर भादो महीने तक वाल्मीकिनगर में शिव भक्तों का लगातार आना इस पवित्र भूमि के लिए शुभ संकेत माना जाता है। विगत सावन माह में दो लाख से ज्यादा शिव भक्तों ने नारायणी के संगम तट से जल भर विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक किया था। उसके बाद भी वाल्मीकिनगर में शिव भक्तों का लगातार आना जारी है। पिछले महीने भादो महीने के कृष्ण पक्ष के तेरस तिथि को गंगा स्नान के लिए शिव भक्तों का जत्था वाल्मीकिनगर पहुंचा था। वहीं रविवार को भादो महीने के तेरस व अनंत चतुर्दशी पर अपने-अपने शिवालयों में जलाभिषेक के लिए सैकड़ो की संख्या में शिव भक्त नारायणी तट पर पहुंच पूरी रात भजन कीर्तन करते रहे। उनके भजन कीर्तन को श्रवण कर स्थानीय लोगों में भी भक्ति का माहौल उत्पन्न हो गया, और वे लोग शिव भक्तों को सुविधा मुहैया कराने में जुट गए।
पूर्वी चंपारण व यूपी से आए थे शिव भक्त
अनंत चतुर्दशी पर भगवान शंकर को जलाभिषेक करने के लिए गंगा स्नान व जल भरने के लिए पहुंचे शिव भक्तों में विशेष रूप से पूर्वी चंपारण के ढाका चिरैया घोड़ासहन, छौंड़ादानों एवं उत्तर प्रदेश के रामकोला, कुशीनगर और कप्तानगंज के थे। शिव भक्तों में श्रीधर पाठक ने बताया कि हम लोग प्रत्येक साल भादो महीने की 1300 अनंत चतुर्दशी को अपने-अपने शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं। इस साल गुरुवार और शुक्रवार को जलाभिषेक किया जाएगा।
जल भरने से पूर्व शिव भक्तों ने कराया मुंडन: नारायणी के कौलेश्वर संगम तट पर पीले धोती में पहुंचे शिव भक्तों ने जल भरने से पूर्व नारायणी तट पर मुंडन कराया। मुंडन के बाबत पूछे जाने पर रामाधार प्रसाद ने बताया कि, इससे शरीर पूर्णत: शुद्ध हो जाता है। जो शिव भक्त बिना मुंडन कराए जल भरता है उस पर शिव भक्त कमेटी द्वारा दंड लगाने का प्रावधान है। वह दंड₹5 से लेकर 51 रूपया तक निर्धारित किया गया है। इस नियम को सभी शिव भक्तों को पालन करना होता है।