




सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका
बिहार/बांका। बांका जिला के फुल्लीडुमर प्रखंड अंतर्गत लोहागढ़ नदी से प्रतिदिन बालू माफियां द्वारा अवैध तरीके से बालू का खनन करने से तेतरिया कदवारा गांव के पास लोहागढ़ नदी में दर्जनों बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने से लोहागढ़ नदी के कछार में बेस ग्रामीण लोगो को को डूबने का भय बना हुआ रहता है। तेतरिया, कदवारा ,घियाही गांव के दर्जनों लोगों के द्वारा आपबीती बताते हुए बताया गया कि स्थानीय बालू माफिया जीवेश मंडल , सुमित मंडल , मनोज यादव के अलावा अन्य बालू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से राम सरिया बियर के समीप से लेकर मधुबन घाट तक बालू डंपिंग करते हुए अवैध तरीके से रात दिन बालू की बिक्री कर रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने अपने नाम नोट देते हुए बताया यह सिलसिला महिना नहीं बरसों से चल रहा है। दर्जनों ट्रैक्टर से बालू की ढोलाई लगातार जारी रहने से ग्रामीण सड़कों का बुरा हाल हो गया है। स्थानीय ग्रामीण किसानो ने यह भी बताया की इस संबंध में जब बालू माफियाओं को अवैध बालू खनन को लेकर विरोध जताई जाती है तो कई तरह की धमकियां दी जाती है। कुछ किसानों ने यह भी बताया कि बालू माफिया द्वारा यह कहा जाता है कि की नीचे से ऊपर तक मैनेज करते हुए यह कारोबार किया जाता है। जानकारी होगी लोहागढ़ नदी में दर्जनों नहीं सैकड़ों जगह पर बालू के ढेर मिलेंगे जो बालू माफियाओं द्वारा बालू निकाल निकाल कर नदी में ढेर कर रखते हैं। संध्या होते ही बालू माफियाओं का कारोबार शुरू हो जाता है। खनन विभाग बांका को भी सारी बातों की जानकारी रहने के बावजूद भी सरकार के लाखों रुपए के राजस्व की छती पर कोई ध्यान नहीं है। कुछ स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि लोहागढ़ नदी का कोई डाक नहीं होता है जिससे एक दर्जन से ऊपर गांव के बालू माफिया इस अवैध धंधा से लाखों क्या करोड़ की संपत्ति अर्जित कर लिए हैं। स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि जो कल तक मजदूरी करता था आज वह कई ट्रैक्टर के मालिक के अलावे कई तरह के चल अचल संपत्ति बनाकर राज कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने यह भी कहा की स्थानीय प्रशासन एवं खनन विभाग के मिली भगत से अवैध बालू खनन का कारोबार चल रहा है। कहां की अगर विभाग से हरी झंडी नहीं है तो इतना मनोबल कैसे बड़ा है लगातार बारिश और लोहागढ़ नदी में बाढ़ आने से बालू का जमाव काफी हो गया है स्थानीय ग्रामीणो का कहना है की अगर लोहागढ़ नदी के गड्ढों में अगर कीसी की जान चले जायगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।