




जिला ब्यूरो विवेक कुमार सिंह
बेतिया/वाल्मीकिनगर। नेपाल के रसुवागढ़ी हाइड्रोपावर बांध बाढ़ में लापता लोगों में से दो का शव बहकर बीती शाम गंडक बराज पहुंचा। बताते चले कि विगत 8 जुलाई को नेपाल-चीन सीमा के पास लेंडे नाले में बाढ़ आने के बाद 15 लोग लापता हो गए थे। लापता हुए 15 लोगों में से दो के शव को नेपाल ने गुरुवार को गंडक बराज से निकाला गया। नेपाल पुलिस ने दोनों शवों को शिनाख्त एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए नवल परासी जिला अस्पताल भेज दिया है। बताते चले कि लापता लोगों कि तलाश नेपाल प्रशासन की तरफ से लगातार जारी है। नेपाल प्रशासन की तरफ से इंडो नेपाल बॉर्डर के गंडक बराज 36 नंबर फाटक के पास लापता लोगों के शवों को निकालने के लिए नेपाल पुलिस के जवान लगातार गंडक बराज के फाटकों पर नजर रख रहे हैं।
नारायण घाट के पास त्रिशूली नदी का गंडक में होता है संगम
हादसे में लापता लोगों का वाल्मीकिनगर के गंडक बराज पर रेस्क्यू होने का मुख्य कारण है कि, त्रिशूली नदी नारायण घाट के पास गंडक नदी में आकर मिल जाती है। अन्य शवों का गंडक नदी में बहकर आने की आशंका जताई जा रही है। जिसके कारण नेपाल प्रशासन के तरफ से गंडक बराज पर शव निकलने की तैयारी की गई है। इस ऑपरेशन में लगभग 20 की संख्या में जवानों को प्रतिनियुक्त किया गया है। इस हादसे में बाढ़ में आधा दर्जन चीनी नागरिक, नेपाल पुलिस का एक एएसआई, चार जवान और 9 नेपाली नागरिक लापता हो गए हैं। इस बाबत त्रिवेणी चौकी इंचार्ज महेश राय माझी ने बताया कि एपीएफ के सहयोग से दोनों शवों को गंडक नदी से निकाला गया है। बताते चले की हादसा उस वक्त हुआ जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे। अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है।