




बेतिया/कार्यालय। बेतिया जिले के भितहा प्रखंड में स्थित प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर 1 की प्रधान शिक्षिका के खिलाफ भितहा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान में जूट गई है।शिक्षिका अपनी छोटी बहन अनिता गुप्ता के प्रमाण पत्रों का दुरूपयोग करके उक्त विद्यालय में प्रधान शिक्षिका के रूप में काम कर रही थी।मुकदमा दर्ज होने के बाद शिक्षा विभाग की उदासीनता को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं। यह कार्रवाई तब हुई जब खुद शिक्षिका की छोटी बहन कुमारी अनिता गुप्ता ने लोक शिकायत निवारण कार्यालय बगहा का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के स्पष्ट आदेश पर भितहा थाना ने आवेदन स्वीकार करते हुए एफआईआर दर्ज की है। यह घटनाक्रम बिहार के शिक्षा विभाग में जड़ें जमा चुके फर्जीवाड़े के एक और बड़े मामले को उजागर करता है।
फर्जीवाड़े की परतें मुन्नी गुप्ता कैसे बनीं अनीता गुप्ता?
यह पूरा मामला कुमारी अनिता गुप्ता और शिक्षिका मुन्नी गुप्ता की पहचान को लेकर शुरू हुआ। उनकी छोटी बहन कुमारी अनिता कुमारी ने दावा किया कि प्राथमिक विद्यालय 1 की जिस शिक्षिका को लोग अनिता गुप्ता के नाम से जानते हैं उसका असली नाम मुन्नी गुप्ता है और वह 10 वी फेल है।असली कुमारी अनिता गुप्ता (छोटी बहन) का दावा है कि बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता उसके शैक्षणिक डिग्रियों का दुरुपयोग करके 2006 से सरकारी शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। छोटी बहन कुमारी अनिता गुप्ता ने शिक्षिका के मुन्नी गुप्ता होने के कई अहम ठोस सबूत पेश किए हैं। उन्होंने अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता सूची, जाति आय निवास समेत विद्यालय से प्राप्त दस्तावेज दिखाए हैं, जो उनके दावे को मजबूत करते हैं।
लोक शिकायत निवारण की भूमिका
इस गंभीर धोखाधड़ी के मामले में लोक शिकायत निवारण प्राधिकार का हस्तक्षेप निर्णायक साबित हुआ। जब छोटी बहन कुमारी अनिता गुप्ता ने अपनी शिकायत लेकर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष पहुंचीं, तो मामले की गंभीरता और प्रस्तुत किए गए सबूतों को देखते हुए तत्काल संज्ञान लिया गया। लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने सुनवाई के दौरान लोक सेवक से प्राप्त प्रतिवेदन तथा सबूतों और गवाहों के आधार पर कार्रवाई के लिए भितहा थाना अध्यक्ष को आदेश दिया। यह कदम दर्शाता है कि बिहार सरकार का लोक शिकायत निवारण तंत्र प्रभावी ढंग से कार्य कर रहा है और नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से ले रहा है।
भितहा पुलिस ने दर्ज की FIR: जांच हुई तेज
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश के बाद, भितहा थाना अध्यक्ष ने इस मामले में प्राप्त आवेदन को तत्काल स्वीकार कर लिया।अब कुमारी अनिता गुप्ता के खिलाफ संबंधित धाराओं में विधिवत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद, भितहा पुलिस के लिए यह एक कानूनी बाध्यता बन गई है कि वे इस धोखाधड़ी के आरोप की गहनता से जांच करें।पुलिस अब आरोपी शिक्षिका से पूछताछ करेगी। इसके साथ ही, पुलिस दोनों बहनों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों, जन्म प्रमाण पत्रों, आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अन्य सभी संबंधित दस्तावेजों का बारीकी से सत्यापन करेगी। यह भी जांच की जाएगी कि किस प्रकार यह फर्जीवाड़ा इतने वर्षों तक चलता रहा और इसमें कहीं कोई अन्य व्यक्ति या अधिकारी तो शामिल नहीं थे। यह मामला बिहार में शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और फर्जी नियुक्तियों की एक बड़ी कड़ी हो सकता है। भितहा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से उम्मीद जगी है लेकिन यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि शिक्षिका के खिलाफ शिक्षा विभाग क्या करवाई करता है जिसे बचाने के लिए विभाग जांच और करवाई के नाम पर इस मामले को 6 महीने से पेचीदा बना रहा था।