



बाढ़ नियंत्रण संबंधित सीपेज को चिन्हित कर मरम्मति कार्य, रैट होल, फॉक्स होल सहित सभी चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर ईसी बैग की व्यवस्था की जा रही है
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकि नगर। बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत वाल्मीकिनगर ईसी बैंग भरने का कार्य शुरू हो गया है।
नेपाल में हुई प्री-मानसून बारिश का असर गंडक नदी पर दिखने लगा है। फिलहाल गंडक नदी का जलस्तर 41 हजार चार सौ क्यूसेक के आसपास बना हुआ है। आने वाले दिनों में गंडक नदी की धारा में वृद्धि की संभावना है। जलस्तर में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर बाढ़ से सुरक्षा को लेकर जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सियाराम पासवान ने बताया कि मानसून के आगमन के साथ ही गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना है। इससे निपटने के लिए संवेदनशील व चिह्नित स्थलों पर आवश्यक सुरक्षा कार्य किए जा रहे हैं।बाढ़ नियंत्रण संबंधित सीपेज को चिन्हित कर मरम्मति कार्य, रैट होल, फॉक्स होल सहित सभी चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर दस हजार ईसी बैग की व्यवस्था की जा रही है।बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत ईसी बैंग भरने का कार्य शुरू हो गया है। यह कार्य बाढ़ संभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है ताकि बाढ़ के पानी को रोका जा सके या उसके बहाव को कम किया जा सके। ईसी बैंग्स, जो आमतौर पर रेत या मिट्टी से भरे होते हैं, को बांध या दीवार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
ईसी बैंग भरने का कार्य, बाढ़ से पहले की एक महत्वपूर्ण तैयारी है, जिसका उद्देश्य बाढ़ के पानी को नियंत्रित करना और जानमाल की सुरक्षा करना है। साथ ही साथ गंडक बराज के फाटकों को आपात स्थिति में ऑपरेट करने के लिए 20 मौसमी मजदूरों को रखा गया है। गंडक नदी के तटबंध के आसपास उगें झाड़ियां की सफाई कर ली गई है।










