



सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में जानकारियां की गई साझा, नये योजनाओं के बाबत दी गई जानकारी
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर।
वाल्मीकिनगर के तीन आरडी पुल के समीप स्थित शिव मंदिर परिसर में शुक्रवार को महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय महिला एवं जीविका दीदी बड़ी संख्या में उपस्थित हुई। संवाद कार्यक्रम में सरकार द्वारा महिलाओं के विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बड़े टीवी स्क्रीन पर जानकारी दी गई। महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने अपना अनुभव साझा करते हुए सुझाव भी व्यक्त किए।अपने जीवन, समाज, परिवेश की समस्याओं को प्रमुखता से रखा। इस बाबत जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक आर के निखिल ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को उनकी समस्याओं, आकांक्षाओं और अधिकारों को साझा करने का मंच प्रदान कर रहा है, बल्कि राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण योजनाओं की जानकारी भी उन्हें सुलभ रूप से प्रदान कर रहा है।कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना सहित अनेक योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का संदेश देते हुए आत्मरक्षा करने की बात बतायी गई।सरकार की मूलभूत 37 योजनाओं की जानकारी देते हुए उसका लाभ लेने के प्रति प्रेरित किया गया।कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को उनके हक एवं अधिकार की जानकारी देते हुए सशक्त बनने की सलाह दी गयी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और उनकी भागीदारी को नीति निर्माण तक पहुंचाना है। कार्यक्रम में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, साइकिल योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, नल-जल योजना आदि पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, महिलाओं ने गांव में सामूहिक विवाह भवन निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। इस कार्यक्रम में प्रखंड आजीविका विशेषज्ञ सचिन कुमार एवं सामुदायिक समन्वयक देवेंद्र कुमार ने भी अपनी जानकारियां साझा की।महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएं उत्साह और उमंग से भाग ले रही हैं। इस कार्यक्रम में आत्मविश्वास से भरी महिलाएं अपना अनुभव, आकांक्षाएं साझा कर रही हैं।महिलाओं की सशक्त भागीदारी से यह कायर्क्रम अपने उद्देश्यों को पूरा कर, उपयोगी सिद्ध हो रहा है। महिला संवाद कार्यक्रम में अपना अनुभव साझा करते महिलाओं ने बताया कि सरकार से मुझे घर में शौचालय बनाने की राशि मिली है। घर में शौचालय होने से अब सुरक्षा और सम्मान का बोध हो रहा है।बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल, मध्याह्न भोजन का लाभ मिल रहा है।उन्होंने कहा कि वे जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। समूह से ऋण लेकर स्वरोजगार भी कर रही हूं। हम महिलाओं को सरकार से विभिन्न योजना का लाभ मिल रहा है।इससे हमें आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में मदद मिल रही है। जीविका संकुल स्तरीय संघ और ग्राम संगठनों का अपना भवन होना चाहिए। जिससे हमें अपनी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को पूरा करने में मदद मिलेगी। बैठक, कार्यालय संचालन एवं अन्य कार्य करने में सहूलियत होगी।










