बेतिया/बगहा। प0 चंपारण की धरती अपनी मेहनत और प्रतिभा के नाम से जानी जाती है।जिसके प्रभाव से महात्मा गांधी जी समेत न जाने कितनों को चंपारण की धरती पर आने के लिए विवश होना पड़ा है।उसी चंपारण के एक गांव से अपनी कला को देश और दुनिया तक पहुंचाने वाला व्यक्ति जो आज किसी परिचय का मोहताज़ नही।जी हां हम बात कर रहे हैं बगहा एक प्रखंड के पंचायत पतिलार निवासी गीतकार, संगीतकार व अभिनेता सन्तोष उत्पाती का जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत के बदौलत संगीत व कला के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाया है।कला के क्षेत्र में उनके बेहतर प्रतिभा को लेकर उत्तर प्रदेश के राम की नगरी कही जाने वाली अयोध्या में”सरस सलिल भोजपुरी सीने अवार्ड” से सम्मानित किया गया है।जिससे उनके परिजनों तथा पंचायत के लोग काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
वही इस सीने अवार्ड से चंपारण का भी नाम रौंशन हो रहा।अवार्ड मिलने के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए गीतकार व संगीतकार सन्तोष उत्पाती ने सबसे पहले सरस सलिल को धन्यवाद दिया और बताया कि इस सफलता का सारा श्रेय माता पिता व गुरुजनों को जाता है जिनके आशीर्वाद व सहयोग के बदौलत आज इस मुकाम तक पहुंचने में सफल हो सका हूँ।उन्होंने इसी प्रकार अपने गुरुजनों का आशीर्वाद व सहयोग बनाये रखने की अपील किया है।उन्होंने अपनी टीम के सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापन किया है,जिनमें सरस सलिल,गुरु तुल्य विवेक पांडेय तथा सभी म्यूजिक डॉयरेक्टर शामिल हैं।