मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट….
बेतिया/मझौलिया। रक्षाबंधन हिन्दुओं का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है। भारत के अलावा भी विश्व भर में जहाँ पर हिन्दू धर्मं के लोग रहते हैं, वहाँ इस पर्व को भाई बहनों के बीच मनाया जाता है।
इस त्यौहार का आध्यात्मिक महत्व के साथ साथ ऐतिहासिक महत्त्व भी है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपनी भाई की कलाई में राखी बांधती हैं और भाइयों की लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना करती हैं। रक्षाबंधन का यह त्योहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। हालांकि राखी के पूजन की जानकारी सभी को होती हैं।
लेकिन, रक्षाबंधन की थाली बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिससे भाई की आरती उतारी जाती है और टीका भी किया जाता है। राखी की थाली को बहुत शुभ माना जाता है। सनातन धर्म पूजा की थाली का विशेष महत्व है। भाई बहन का यह त्यौहार प्रतिवर्ष मनाया जाता है। जिस हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। जो अंग्रेजी पंचांग के अनुसार अगस्त माह में आता है तथा यह एक धार्मिक त्योहार है।