


सफारुद्दीन अंसारी की रिपोर्ट…
बगहा/मधुबनी। जन प्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की शिकायत पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मधुबनी- पिपरासी द्वारा शनिवार को क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें अधिकांशतः केन्द्र बंद पाए गए। जिनसे स्पस्टीकरण की मांग किया गया है। निरीक्षण उपरांत सीडीपीओ रंजीत कुमार ने बताया कि, जन प्रतिनिधियों, ग्रामीणों, एवं सोसल मीडिया के द्वारा शिकायत मिल रही थी कि, आंगनबाड़ी केंद्र सही ढंग से नही चल रहे हैं। जिसके आलोक में खोतहवा पंचायत के केंद्र संख्या 133, सिसही के केंद्र संख्या 02, बलुआ ठोरी के केंद्र संख्या 154, 153, 97, एवं 96, मुड़ाडीह के केंद्र संख्या 89, एवं 84, सेमरा लबेदहा के केंद्र संख्या 95 आदि का औचक निरीक्षण समय 8 बजे से 10 बजे के बीच किया गया। केंद्र संख्या,96 की छोड़ सभी केंद्र बंद पाए गए। वही केंद्र संख्या 96 पर मात्र 4 बच्चे उपस्थित पाए। सीडीपीओ ने बताया कि, सभी सेविका एवं सहायिकाओं से स्पस्टीकरण की मांग किया गया है। संतोषजनक जबाब न मिलने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी। सीडीपीओ रंजीत कुमार ने बताया कि, सभी सेविकाओं को निर्देश दिया गया है कि, केंद्र संचालन करते हुए कार्यालय द्वारा बनाये गए व्हाट्सअप ग्रुप में गूगल लोकेशन के साथ तीन बार बच्चो के साथ ग्रुप फोटो भेजना हैं। पहला ग्रुप फोटो केंद्र खुलने के आधे घंटे बाद, दूसरा बच्चो को खाना खिलाते समय, एवं तीसरा केंद्र बंद करने के समय। सीडीपीओ ने बताया कि, इस आलोक में महिला पर्यवेक्षिका को आदेश दिया गया है कि, जिस केंद्र का फोटो समय से नही आएगा तो उनका मानदेय बंद कर दिया जाएगा। वही लगातार गलती करने पर ऊक्त सेविका पर चयनमुक्ति की कार्यवाई की जाएगी।