मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट….
बेतिया/मझौलिया। सफलता पाने के लिए बुलंद हौसले और दिल जिद्दी सा होना चाहिए मन में लगन हो और कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो राहें मुश्किल नहीं होतीं ऐसी ही सफलता की कहानी हैं पश्चिम चंपारण जिले के मझौलिया प्रखंड स्थित रतन माला वार्ड नंबर 9 का लाल प्रमोद बैठा ने कर दिखाया है। रतनमाला पंचायत के वार्ड नं 9 उत्तिम पाण्डेय टोला निवासी प्रमोद बैठा बेरोजगार युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने है। बताया जाता है कि लॉक डाउन के पहले प्रमोद बैठा दिल्ली में रहकर एलईडी बल्ब बनाने वाली फैक्ट्री में बतौर टेक्नीशियन काम करते थे।लॉक डाउन के दौरान अनेक कंपनिया बन्द हो गई और घर लौटना पड़ा।इसी आपदा को अवसर में बदलते हुए अपने पैतृक निवास स्थान रत्नमाला में प्रमोद बैठा ने एलईडी बल्ब बनाने का धंधा शुरू किया।जिससे बेरोजगार युवकों को रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ।धीरे धीरे एलईडी बल्ब बनाने का धंधा फलने फूलने लगा।और प्रमोद बैठा युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए। उनके प्रयासों की मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर तारीफ की थी। जिलाधिकारी कुन्दन कुमार ने भी निर्माण स्थल पर पहुंच प्रमोद कुमार की सराहना करते हुए हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया था।प्रमोद कुमार के व्यवसाय को और अधिक परवान चढ़ाने के लिए बैंक द्वारा लोन भी उपलब्ध कराया गया था।युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बना उन्होंने बताया कि उसने मात्र पांच हजार रुपये से यह कारोबार शुरु किया था।जो आज पांच लाख से अधिक का कारोबार कर रहे है। शुरू के दिनों में उनको काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन कठिनाइयों के सामना को झेलते हुए प्रमोद कुमार फैक्ट्री वर्कर से फैक्ट्री ऑनर बनने का सफर पूरा किया ।वह भी अपने घर पर रहते हुए। प्रमोद कुमार ने बताया कि एलइडी बल्ब की खासियत यह है कि सामान्य बल्ब की तुलना में इस बल्ब में बिजली की खपत बहुत कम होती है। तथा रोशनी अन्य बल्बों की तुलना में ज्यादा होती है। फिलहाल प्रमोद कुमार इन दिनों रोजगार के क्षेत्र में आपदा को अवसर में बदलते हुए सुर्खियों में छाए हुए हैं। युवाओं से अपील किया कि आपदा से घबराए नहीं। दुगुने जोश और उत्साह के साथ कठिन से कठिन परिस्थितियों से लड़े और सफलता को प्राप्त करें। हौसलों में उड़ान हो तो सपने साकार होने में देर नहीं लगते हैं।