बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए छात्र-छात्राओं को कराया गया वन भ्रमण।

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गोरखपुर से आए 140 छात्र-छात्राओं को बायोलॉजिस्ट ने जंगल सफारी के दौरान जंगल के विभिन्न वनस्पतियों एवं कीमती पेड़ों के बाबत दी जानकारी

जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,

बेतिया/वाल्मीकिनगर:- नए साल के लिए वीटीआर पर्यटकों के लिए सज-धज कर तैयार हो रहा है। यह जंगल देश विदेश के पर्यटकों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के लिए भी विशेष स्थान रखता है। यहां प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में पर्यटक भ्रमण कर यहां की सुंदर प्राकृतिक छटा का लुत्फ उठाते हैं। शुक्रवार की सुबह सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तारामंडल रोड गोरखपुर से आए 125 छात्र-छात्राओं एवं 15 विद्यालय के शिक्षकों ने जंगल सफारी कर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया। इस दौरान छात्र-छात्राओं को विशेष ज्ञान देने के लिए बायोलॉजिस्ट भी साथ आए थे, जिन्होंने जंगल में उगे विभिन्न वनस्पतियों एवं कीमती पेड़ों के बाबत छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। प्राचार्य उमेश कुमार मिश्रा ने बताया कि छात्र-छात्राओं को ऐसे स्थलों पर भ्रमण कराने से उनके मानसिक एवं बौद्धिक विकास में सहायक होता है। भ्रमण एक मनोरंजन है। इस दौरान अगर बच्चों को कुछ अलग ज्ञान मिल जाए तो भ्रमण के साथ-साथ पढ़ाई भी हो जाती है। इसके लिए विद्यालय प्रबंधन द्वारा बायोलॉजिस्ट को साथ लाया गया था। जिनके द्वारा बच्चों को जंगल के अंदर बहुत सी जानकारियां दी गई। यह जानकारी बच्चों के आने वाले समय में बहुत सहायक सिद्ध होगा। साइंस के छात्र छात्राओं ने इस पल का खूब उठाया, और जानकारियां भी हासिल की।

बायोलॉजिस्ट द्वारा पुष्पी पादप विषय पर दिया गया फोकस

सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल गोरखपुर से आए 125 छात्र छात्राओं को जीव विज्ञान के विशेषज्ञ डॉक्टर आलोक कुमार द्वारा जंगल सफारी के दौरान विभिन्न प्रकार के पौधों एवं पेड़ों के बाबत जानकारी दी गई। विशेष रूप से बायोलॉजिस्ट द्वारा पुष्पी पादप अर्थात फूल वाले पौधे के बारे में जानकारियां दी गई। जिसमें प्रकाश संश्लेषण के क्रिया के प्रारूप एवं पौधों के जड़ों के कार्य एवं उनके विभिन्न भागों के बाबत बच्चों ने जानकारियां हासिल की। डॉ आलोक कुमार ने बताया कि जैव विविधता के साथ-साथ वनस्पतियों के मानव जीवन में क्या महत्व है इस पर प्रकाश डाला गया।

जंगल कैंप से 23 किलोमीटर की दूरी बच्चों को किया आकर्षित

जंगल कैंप से जंगल सफारी का अंतिम केंद्र अप डाउन 23 किलोमीटर पड़ता है। रेंजर अमित कुमार ने बताया कि 125 छात्र-छात्राओं के साथ उत्तर प्रदेश से आए शिक्षकों ने इस पल का खूब आनंद लिया। छात्र-छात्राओं को हिरणों एवं गौर का झूंड दिखाई दिया। इससे वे सभी लोग काफी प्रसन्न थे। नए साल में पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, यह विभाग के लिए शुभ संकेत है।

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