बगहा। बगहा पुलिस जिला अंतर्गत वाल्मीकिनगर के वाल्मीकि टाईगर रिजर्व से सटे रामपुरवा गांव में दो अलग अलग जगहों पर तेंदुआ और बाघ का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की प्रक्रिया शुरू कर दिया है। तेंदुआ और बाघ के मरने के अलग अलग कारणों की चर्चा जोरों पर है। बतादें की वन प्रमंडल दो अंतर्गत वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रामपुरवा गांव के समीप बगीचा के बगल मे विरू सिंह व मिंटू सिंह के खेत में एक व्यस्क रॉयल बंगाल टाईगर का शव मिला है। इस बाघ को खेत में मिट्टी के अंदर दफन किया गया था। वहीं दूसरी तरफ रमपुरवा गांव के समीप ही धनहिया रेता के सरेह मे एक तेंदुआ का भी शव मिला है। जिसके बाद वन विभाग के होश उड़ गए हैं। इस बात की आशंका जताई जा रही है की दोनों के बीच संघर्ष और लड़ाई हुई होगी। जबकि कुछ लोगों का कहना है की इन दोनो की मौत बिजली के करंट से हुई है। वहीं इस बात की चर्चा भी जोरों पर है की वन्य जीवों द्वारा शिकार कर उनके कीमती अंगों की तस्करी से भी मामला जुड़ा हो सकता है। हालांकि वन विभाग को इसकी अंदेशा कम है। क्योंकि यदि शिकारियों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया होता तो इन दोनों का शव यहां नहीं मिलता। एक ही दिन रॉयल बंगाल टाईगर बाघ व तेंदुआ का शव मिलने से वीटीआर प्रशासन के साथ वाल्मीकिनगर के क्षेत्रों मे हलचल सी मच गई है। वाल्मीकिनगर निवासी एक सुत्र द्वारा बताया गया है कि रॉयल बंगाल टाईगर व तेंदुआ की मौत जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए बिजली के करंट तार के चपेट मे आने से हुई है।घटना की सुचना मिलते ही वाल्मीकिनगर मे स्थित एसएसबी व वीटीआर प्रशासन के वरिय अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। सीएफ ने जांच करने के बाद इस घटना की विस्तृत जानकारी देने की बात कही है। वन विभाग की टीम हर विन्दुवों पर गहन जांच कर रही है। दोनों तेंदुआ व बाघ के शव को वन विभाग की टीम ने अपने कब्जे में कर लिया है तथा जांच जारी है। हत्या या दुर्घटना दोनो पहलुओं को गहन जांच में टीम जुटी हुई है।