




वन मार्गों की मरम्मती के साथ चौड़ीकरण एवं व्यू प्वाइंट का काम हुआ शुरू
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह
बेतिया/वाल्मीकिनगर:-
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में विभाग द्वारा पर्यटन सत्र शुरू करने की कवायद युद्ध स्तर पर जारी है। जंगली मार्गों का मरम्मती कार्य शुरू करा दिया गया है। सड़कों में बने गड्ढे को भरने के साथ-साथ मार्गो का चौड़ीकरण भी कराया जा रहा है। इसके लिए दर्जनों की संख्या में मजदूरों को कार्य निष्पादन के लिए लगाया गया है। बारिश से मार्गो में हुए कटाव से बने गड्ढे को मजदूरों द्वारा पत्थरों एवं मिट्टी से भरने का काम किया जा रहा है। इस बाबत रेंजर अमित आनंद ने बताया कि पर्यटन सत्र शुरू होने से पूर्व बहुत से ऐसे काम है जिसको करना अनिवार्य है। वरीय अधिकारियों द्वारा जो निर्देश प्राप्त हुआ है, उस काम को अंतिम रूप देने में विभाग लग गया है। जंगल कैंप में भी साफ सफाई का काम शुरू हो गया है। पर्यटन सत्र शुरू होने से पूर्व सभी विश्रामालयों का रंग रोगन कार्य भी करा लिया जाएगा। पर्यटकों के लिए वन भ्रमण के लिए उपलब्ध जंगल सफारियों का मरम्मती कार्य भी लगभग पूरा कर लिया गया है। जो शेष कम बचे हैं, उसे भी बहुत जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आगामी 20 अक्टूबर को पर्यटन सत्र प्रारंभ होने की संभावना है। लेकिन गंडक नदी में राफ्टिंग के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
जंगल सफारी 23 किलोमीटर
पर्यटकों के लिए जंगल सफारी की कुल दूरी वन विभाग द्वारा 23 किलोमीटर निर्धारित की गई है। वाल्मीकि आश्रम मार्ग से मोटर अड्डा होते हुए वन क्षेत्र के कई जगह का भ्रमण कर पर्यटक पुनः जंगल कैंप में अपनी जंगल सफारी भ्रमण पूरी करते हैं। जिसके लिए पर प्रति पर्यटक 400 रूपए किराया निर्धारित किया गया है। चाहे एक पर्यटक हो चाहे 6, जो नियम 6 के लिए लागू है, वहीं एक के पर्यटक के लिए लागू किया गया है। वन विभाग द्वारा 31 जून को पर्यटन सत्र समाप्ति की घोषणा की गई थी। जो 1 जुलाई मंगलवार से प्रभावी था। पर्यटन सत्र शुरू होने की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की गई थी। लेकिन 30 सितंबर के बाद भी बारिश होने के कारण पर्यटन सत्र शुरू होने में देर हो गई। अब मानसून सत्र की समाप्ति हो गई है। 20 अक्टूबर तक नए पर्यटन सत्र की शुरुआत होने की पूरी संभावना बन गई है। फिलहाल वन विभाग द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है।