




39 एमएम बारिश के बाद गंडक बराज से हो रहा 1.50 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, तटीय क्षेत्रों में कटाव व बाढ़ का खतरा बरकरार।
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। नेपाल की तराई क्षेत्र से लेकर भारतीय सीमा में पिछले 72 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो चला है। शुक्रवार की सुबह 8:30 तक मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार कुल 39 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। वहीं नेपाल के तराई क्षेत्र व देवघाट में भी पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश होने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 2025 के सितंबर महीने में 1.97 लाख क्यूसेक पानी अधिकतम डिस्चार्ज दर्ज किया गया है। जो पिछले साल की अपेक्षा लगभग 3 लाख कम है। हालांकि गंडक नदी के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा टला नहीं है। जल स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण नदी द्वारा कटाव लगातार जारी है। शुक्रवार की सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंडक नदी के तटीय गांव का संपर्क मुख्य सड़क व बाजार से टूट गया है। चकदहवा मार्ग पर कमर से ऊपर पानी बहने के कारण लोगों का आवागमन बंद है।
घरों और सड़कों पर जमा हुआ है पानी
थाना क्षेत्र के चकदहवा ,झंडू टोला, बिन टोली व कान्ही टोला तटीय गांव में पिछले 72 घंटों से हो रही लगातार बारिश और गंडक नदी में जल स्तर वृद्धि के कारण सड़कों और घरों में पानी घुस गया था, जो शुक्रवार को बारिश होने के बाद फिर समस्या को खड़ा कर दिया है। झंडू टोला निवासी बसंत बिन राजू राम, बिगु राम एवं बद्री बीन ने बताया कि हम लोग का जीवन कष्टमय हो गया है। घरों में पानी घुसने के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जिससे काफी परेशानी हो रही है।बिजली पानी वह सड़क इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है। जिसके कारण और कष्ट झेलना पड़ रहा है।