अतिवृष्टि से लोहागढ़ नदी में बाढ़ आ जाने से बने डायवर्सन हुआ ध्वस्त यातायात सुविधा हुई बाधित।

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सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका ।

बिहार/बांका। बांका जिला के फूललीडुमर प्रखंड सीमा अंतर्गत बेलहर प्रखंड के अंतिम छोर बहोरना गांव के पास लोहागढ़ नदी में बांका के पूर्व सांसद भारत सरकार के रेल मंत्री रह चुके स्व0 दिग्विजय सिंह के द्वारा खेसर तारापुर जिलानी पथ में क्षेत्रीय लोगों के मांग पर पुल का निर्माण वर्ष 2003 ईस्वी में किया गया था। विगत 2 साल पूर्व अतिवृष्टि से लोहागढ़ नदी में काफी बाढ आ जाने के कारण पत्थर के दीवार से बने पुल को बाढ़ के तेज रफ्तार के पानी ने उड़ते हुए ले गया। पुल टूटने का मुख्य कारण बालू माफियाओं द्वारा लोहागढ़ नदी के हर क्षेत्र से रात दिन बालू उठाव हो जाने के कारण नदी गहरी हो गई पुल का बेसमेंट नदी के गहराई से ऊपर हो गया। बाढ़ के बहाव में बेसमेंट के नीचे से पानी का प्रवेश हो गया। जिस कारण पुल धराशाई हो गया। लोहागढ़ नदी से बालू उठाव को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बहोरना , शक्ति घाट, डुमरिया, खास ढोला, विश्वकर्मा टोला, मधुबन, सियासी , तेतरीया, कदवारा, यह तमाम गांव के लोगों के द्वारा कई बार बालू उठाव को लेकर बालू माफियाओं से विरोध जताया गया। लेकिन बालू माफिया स्थानीय पुलिस प्रशासन के मिली भगत से एवं खनन विभाग के पदाधिकारी के मिली भगत से रात दिन बालू उठकर नदी को गहरा कर दिया। जिस कारण बहुरना गांव के पास बने लोहागढ़ नदी में पुल ध्वस्त हो गया। कुछ दिनों में अगर यही स्थिति बनी रही तो खेसर बेड़िया रोड भूतनाथ मंदिर के पास लोहागढ़ नदी में बने पुल को भी ध्वस्त होने से कोई बचा नहीं सकता है। क्योंकि बालू माफियाओं द्वारा भूतनाथ मंदिर के पास लोहागढ़ नदी में बने पुल के बेसमेंट से बालू उठाकर लेने के कारण लगभग 4 से 5 फीट बेसमेंट की गहराई हो जाने से छड दिखाई देने लगा है। दिनांक 31 जुलाई 2025 गुरुवार के रात्रि मूसलाधार बृष्टि हो जाने से लोहागढ़ नदी में काफी बढ़ आ गई। और बहराना गांव के पास टूटे बिखरे पुल के बगल में बने डायवर्सन को तेज रफतार के बाढ के पानी द्वारा करीबन 50 फीट तोड़ते हुए ले भागा। नतीजा यह हो गया है कि अब दर्जनों गांव से ऊपर के लोगों को खेसर मुख्य बाजार आने को लेकर 6 से 7 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ेगा। जानकारी होगी खेसर से तारापुर जाने वाली जिलानी पाठ की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। इस रोड में संवेदक द्वारा कार्य भी कराया जा रहा है। ग्रामीण कार्य विभाग बांका के एसडीओ प्रीतम कुमार से इस पुल निर्माण को लेकर विगत एक सप्ताह पूर्वी जानकारी लेने पर उन्होंने बताया था की पुल का टेंडर हो गया है। एकाएक सप्ताह के अंतर्गत पूल में कार्य लगाया जाएगा। इस तरह के वादे ग्रामीण कार्य विभाग एसडीओ बांका के द्वारा विगत साल से ही आश्वासन दे रहे हैं। लेकिन कार्य कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। स्थानीय ग्रामीण रति देव सिंह, जगत भारती, अमित कुमार, अरविंद कुमार सिंह चंद्र मोहन सिंह , सुधीर कुमार सिंह बबलू कुमार मोहन कुमार निर्मल कुमार आदि अन्य दर्जनों लोगों ने आपबीती बताते हुए कहा कि इस पुल को बनाने को लेकर संबंधित विभाग के पदाधिकारी क्षेत्रीय सांसद क्षेत्रीय विधायक से कई बार गुहार लगाई गई है। इन समस्याओं से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि पूर्ण वाकिफ़ है लेकिन ऐसे सार्वजनिक कार्य पर क्षेत्रीय सांसद विधायक का नजर नहीं जाना या बहुत बड़ी लाजमी की बात है। आज ही डायवर्सन टूटने से इस खेती बाड़ी के समय में सबसे बड़ी कठिनाई किसानों को है। जहां तमाम समस्याओं का निदान बाजारों से होता है। आज यातायात बाधित हो जाने से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई है। दर्जनों ग्रामीणों ने यह भी कहा की विधानसभा का चुनाव अब लगभग में है। आचार संहिता लगने के पूर्व अगर इस पुल का कायाकल्प का कार्य प्रारंभ नहीं होता है तो जनप्रतिनिधि को इस गांव से गुजरा एवं प्रचार प्रसार के लिए गांव में प्रवेश करने को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डायवर्सन के पास खड़े दर्द दोनों युवाओं ने जनप्रतिनिधि मुर्दाबाद स्थानीय प्रशासन मुर्दाबाद विभाग के प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए यह कहा की पुल नहीं तो वोट का होगा बहिष्कार।

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