भन्सार के खुलने से दोनों देशो के विकास को मिलेगी गति : वित्त राज्य मंत्री।

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जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,

बेतिया/वाल्मीकिनगर। वाल्मीकि नगर दौरे पर आए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सिंचाई विभाग के अतिथि भवन में प्रेस वार्ता में वाल्मीकिनगर कस्टम के बाबत बताया कि जब तक त्रिवेणी भंसार में आवश्यक सुविधाएं बहाल नहीं की जाती तब तक वाल्मीकिनगर कस्टम पूर्णतः एक्टीव नहीं होगा। फिलहाल दोनो देशो के अधिकारियो की वार्ता जारी है। आने वाले दिनो द्विपक्षीय व्यापार प्रारंभ होने की प्रबल संभावना है।हालांकि नेपाल की तरफ से प्लांट क्वारंटीन और एफएसएसएआई लैब की अनुपलब्धता के कारण कृषि और कृषि प्रसंस्करण आधारित वस्तुओं का निर्यात अभी संभव नहीं हो पा रहा है। इन वस्तुओं के निर्यात के लिए भारतीय सीमा में प्लांट क्वारंटीन और एफएसएसएआई लैब की स्थापना के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में इन वस्तुओं का आयत-निर्यात भी सुगम हो सके। इन वस्तुओं के अतिरिक्त अन्य वस्तुएं, जैसे- लोहा, सीमेंट, कपड़े, कॉस्मेटिक्स, एलेक्ट्रिकल्स इत्यादि सामग्रियों को आसानी से नेपाल आयात-निर्यात किया जा सकता है।

इन्डो नेपाल बॉर्डर वाल्मीकिनगर कार्यालय का उद्घाटन किये दो साल से अधिक समय बीत चुका है। बावजूद इसके द्विपक्षीय व्यापार सुचारू रूप से प्रारंभ नही हो सका है। एक ओर नेपाली कस्टम में बहार है, वहीं वाल्मीकिनगर कस्टम सुनसान है।
09 जनवरी 2023 को वाल्मीकिनगर कस्टम खुलने से यहां के निवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लेकिन यह खुशी अधिक दिनों तक कायम नहीं रही। फिलहाल वाल्मीकिनगर कस्टम काग़जो में दौड़ रहा है। कस्टम अधिकारियो की माने तो जब तक दोनों ओर आवश्यक सुविधा बहाल नहीं हो जाती, तब तक भंसार कार्य प्रारंभ नहीं हो सकता है। भन्सार के खुलने से दोनों देश मे विकास को गति मिलने की संभावना है। आने वाले दिनों में इस भंसार से पर्यटन और विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। वाल्मीकिनगर क्षेत्र का पहला ऐसा प्रमुख सीमा है जहां से लोगों को नेपाल आने और जाने में काफी सहूलियत मिल सकती है।सबसे अधिक फायदा भारतीय व्यपारियो को होगा। इस रूट के प्रारंभ हो जाने से रक्सौल में लगने वाले जाम से वाहनों को छुटकारा मिल सकता है। भले ही दोनों देश के नागरिकों को एक-दूसरे के यहां आने-जाने के लिए किसी सरकारी अनुमति की आवश्यकता नहीं पड़ती। लेकिन सीमा पर दोनों ओर सुरक्षा के लिए पुलिस या अन्य बलों के जवान निगरानी करते हैं। दोनों देशों के कस्टम अधिकारी भी सीमा पर आने-जाने वाले लोगों की जांच के लिए मुस्तैद रहते हैं। यहां सीमा पर कई दुकानें हैं। ये दुकानें इलेक्ट्रॉनिक, दवाइयों और कपड़ों व राशन की हैं।खरीदारी करने के लिए लोग यहां एक-दूसरे की सीमा में जाते हैं।दोनों देशों के नागरिकों के बीच रिश्तेदारियां भी हैं।दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सम्बंधों को मजबूती मिलेगी। नेपाल न सिर्फ भारत का एक पड़ोसी देश है बल्कि यह ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और भौगोलिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। नेपाल से भारत का रिश्ता बेटी-रोटी का है। दोनों देश के लोगों के बीच आज भी वैवाहिक रिश्ते होना आम बात है। नेपाल से तो बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए भारत आते ही है, भारत से भी कई लोग रोजी-रोटी की तलाश में नारायणगढ़, काठमांडू और पोखरा जैसे बड़े शहरों का रुख करते हैं।

जंगल सफारी का उठाया लुत्फ

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जंगल सफारी कर जंगल के अंदर की खूबसूरतियों को नजदीक से निहारा। अपनी यात्रा के बाबत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मैं वाल्मीकिनगर कई बार आ चुका हूं। यहां की खूबसूरती अन्यत्र कहीं नहीं मिलती। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की हसीन वादियों का दीदार करने के लिए पंकज चौधरी वाल्मीकिनगर पहुंच यहां के खुबसूरत वादियों का लुत्फ उठाया। वाल्मीकिनगर पहुंचने के बाद वित्त राज्य मंत्री ने अपने साथ आए सुरक्षा कर्मियों एवं सहयोगियों के साथ जंगल सफारी कर वीटीआर के अंदर की सुन्दरता को देख काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने जंगल सफारी का आनंद लिया। इस दौरान वन्यजीवो के दीदार हो जाने से सफर यादगार हो गया। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती ने सभी का मनमोह लिया।

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