




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट
बेतिया/वाल्मीकिनगर। गंडक बराज नियंत्रण कक्ष वाल्मीकिनगर में बाढ़ अवधि की शुरुआत का कॉउंटडॉन शुरू हो गया है। एक जून से बाढ़ अवधि की शुरुआत में दस दिन का ही समय शेष बचा है। जल संसाधन विभाग द्वारा गंडक बराज की सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है।
एक जून से शुरू होता है बाढ़ अवधि
जल संसाधन विभाग का बाढ़ अवधि एक जून से शुरू होता है,जो 30 अक्टूबर तक चलता है।इस दौरान विभाग के सभी कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रख 36 फाटकों की निगरानी बढ़ा दी जाती है। गंडक बराज पर विभाग के कर्मचारियों को चार शिफ्टों में 24 घंटे ड्यूटी पर लगा फाटकों की निगरानी सहित जल स्तर के बढ़ोतरी पर ध्यान रखा जाता है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में तैनाती की जाती है।
नेपाल के अधिकारियों से होगा बेहतर तालमेल
गंडक बराज के अधिकारियों के आपसी तालमेल से बाढ़ अवधि के दौरान चौकस रहने के साथ ही सूचना का आदान-प्रदान और आपसी सहयोग से कार्यो का निष्पादन करने पर बल दिया जा रहा है । गंडक बराज भारत-नेपाल के आपसी सहयोग और मित्रता की अनूठी मिसाल है। जिसे देखने की इच्छा सभी की होती है। गंडक बराज के सभी 52 गेटों का सफलता पूर्वक संचालन कर जांच की गई है। सभी गेट जांच में दुरूस्त पाए गए हैं । अभी बाढ़ आने में कुछ वक्त शेष है । अभियंताओं की टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इस बाबत गंडक बराज नियंत्रण कक्ष के सूत्रो ने बताया कि वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में आगामी बाढ़ अवधि 2025 को ध्यान में रखते हुए कार्य करने हेतु टीम गठित कर पदाधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। टीम-1प्रथम पाली,टीम-2 द्वितीय पाली,टीम-3 तृतीय पाली एवं टीम-4 आरक्षित पाली के रूप में कार्य प्रारंभ करेंगे।प्रत्येक टीम सोमवार को सप्ताह के रूप में बदल जाएगी। अंतिम पाली की टीम अगले सप्ताह के लिए आरक्षित हो जाएंगी एवं आरक्षित टीम पाली में प्रति स्थापित हो जाएगी। यह चक्र क्रमानुसार चलता रहेगा। तथा अगले आदेश तक जारी रहेगा। पाली का विवरण निम्न प्रकार से है। प्रथम पाली 6 बजे से सुबह से दो बजे दोपहर तक। दूसरी पाली 2:00 बजे से 10:00 बजे रात्रि तथा तीसरी पाली 10:00 बजे रात्रि से 6:00 बजे सुबह तक। यह आदेश दिनांक 1 जून 2025 से प्रभावी होगा।