




सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका
बिहार/बांका। फूललीडुमर प्रखंड अंतर्गत दूध घटिया ,चौडांड,जतकुटिया,जाबाबहियार,भेलवातरी, खिरीकोल , बरमसिया, महादेव स्थान, मचना ,गोरगामा, पिरहामा, मध्य गिरी,कोलहडी, कारी पहाड़ी ,भलगुहा, बदलाचक राजबाड़ा, इसके अलावा भी अन्य जगहों पर देश कीमती पेंड महुआ, सखुआ, प्यार, केन, आदि वृक्षों की कटाई पहाड़ी क्षेत्र के अगल-बगल इन गांवों के लोगों द्वारा कटाई करते हुए धड़ल्ले से बिक्री कर रहे हैं इस पर अंकुश लगाना वन विभाग के द्वारा संभव हो रहा है। स्थानीय बुद्धिजीवी लोगों द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में बनियती लोग महिला नौजवान प्रातः जंगल प्रवेश कर जाते हैं।
और जलावन के नाम पर इन तमाम कीमती पेड़ों को कटाई करते हुए चले जाते हैं जिसे देखने वाला कोई नहीं है इन लकड़हारा के द्वारा स्थानीय बाजार फूललीडुमर, खेसर ,भितिया तेलिया मोड आदि जगहों पर छोटे-छोटे टुकड़े करते हुए बिक्री कर अगर जंगलों की कटाई इसी तरह होते रहेगा तो आए दिन यह हरा भरा पहाड़ वृक्ष विहीन हो जाएगा जहां एक तरफ पर्यावरण को बनाए रखने के लिए वन विभाग द्वारा लाखों लाख रुपया खर्च कर पेड़ लगाए जाते हैं वहीं दूसरी तरफ पेड़ों की कटाई जोरो से हो रही है अगर समय रहते वन विभाग के पदाधिकारी इस पर गंभीरता से संज्ञा नहीं लेंगे तो तो जंगल एवं वन्यजीवों को समाप्त होते देर नहीं लगेगी वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण की गंभीर समस्या उत्पन्न होगी वही लकड़ी के व्यवसाईयों द्वारा मोटे-मोटे हरे वृक्षों की भी कटाई लगातार जारी है।
जिस कारण से बिना लाइसेंस के अवैध रूप से आरा मिल चलाने वाले मालिकों का भी धंधा जोड़ों पर चल रहा है इस संबंध में जब वनपाल पदाधिकारी अभिजीत कुमार संज्ञान में देते हुए जानकारी ली गई तो बताया कि इस संबंध में वनरक्षक द्वारा आज तक मुझे जानकारी नहीं दी गई है इन्होंने यह भी कहा की निश्चित तौर पर जंगलों मैं लगे पेड़ों की कटाई शीघ्र बंद होगी रविवार को सुबह धर पकड़ किया जाएगा जो भी बनियती पकड़े जाएंगे निश्चित तौर पर उसे पर कानूनी प्रक्रिया की जाएगी।