




विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..
बेतिया/वाल्मीकिनगर। भारतीय थारु कल्याण महासंघ का 41 वां महाधिवेशन बगहा दो प्रखंड के महुअवा कटहरवा पंचायत स्थित स्वत्रंतता सेनानी स्व दयाराम नगर कटहवा के बगीचा में आज संपन्न हो गया। जिसमें चंपारण के छह तपा क्रमश: राजपुर, चौपारन, दोन, चेगवना, जम्हौली व रामगीर बारह तपा के साथ मधुबनी जिला, उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड व नेपाल के थारू शामिल हुए है। समापन अवसर पर संगठन ,शिक्षा , संस्कृति ,कुरुतियों पर विशेष चर्चा किया गया।
सामाजिक और शैक्षणिक उत्थान के संकल्प के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपनारायण प्रसाद ने की। संचालन दृघनारायण खतईत और तारकेश्वर काजी ने किया। तपा राजपुर के अध्यक्ष महेश्वर काजी ने बताया कि थारूओं ने थरुहट की संस्कृति को आज भी संजो कर रखा है।महामंत्री शैलेन्द्र गढवाल ने बताया कि संगठन को संगठित करना बहुत जरूरी है और शिक्षा को और बेहतरीन करना है। हमलोगों को हर गांव में प्रचार प्रसार करना जरुरी है। अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद ने बताया कि थरुहट क्षेत्रो मे कुरुतियों को दूर किया जाएगा। साथ ही बताया कि राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर थारु को मजबूत करने पर बल दिया जाएगा। महाधिवेशन में महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया गया। महासंघ की केंद्रीय समिति के सदस्य डॉ. शारदा प्रसाद ने समाज के उत्थान के लिए कई सुझाव दिए।
कार्यक्रम में मुखिया खूबलाल बड़घड़िया, बजेश गढवाल, निर्भय महतो, विमलेश काजी, सुरेश प्रसाद, कृष्णमोहन प्रसाद, जगदीश सोखईत, ओजेन्द्र प्रसाद, रविंद्र गौरव, विंदेश्वर प्रसाद, वृजेश गढ़वाल, अशोक कुमार, सुनील गढ़वाल, तेजप्रताप प्रसाद, रामकृष्ण प्रसाद, हेमराज पटवारी गंगा देवी ,सुषमा देवी, निता कुमारी, नरसिंह महतो, बव्रजेश गढवाल, और शिवनारायण पावे समेत बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद रहे।