




वाल्मीकि नगर से विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट…
वाल्मीकिनगर। थाना क्षेत्र के कदमहिया गांव निवासी स्वर्गीय बैद्यनाथ चौधरी के 40 वर्षीय पुत्र प्रमोद चौधरी की हत्या सूरत के खोड़ियार नगर, बजरंग नगर सोसायटी गली नंबर 2 थाना कपोतरा में हत्या का मामला प्रकाश में आया है। प्रमोद चौधरी पिछले 8 वर्षों से सूरत के खोड़ियार में रहकर सब्जी का व्यवसाय करते थे। इसी बीच प्रमोद चौधरी का छोटा साला धनंजय चौधरी सूरत कमाने गया। धनंजय चौधरी जब सूरत पहुंचा, तो वहां पूर्व से कपड़े धोने एवं सब्जी बेचने का व्यवसाय कर रहे, लौकरिया थाना के बेलहवा गांव निवासी गुड्डू बैठा की बेटी स्वाति से प्रेम हो गया। जब प्रमोद चौधरी को धनंजय के प्रेम सम्बंध की जानकारी मिली तो वह उसे बहुत भला बुरा कह, अपने घर से निकाल दिया। उसके बाद धनंजय खुद किराया का मकान लेकर कुछ दूरी पर रहने लगा। विगत 6 अप्रैल को धनंजय गुड्डू बैठा की बेटी को वहां से लेकर रफू चक्कर हो गया। इधर लड़की के स्वजन खोजबीन करने लगे। 8 अप्रैल को लड़की के परिजनों ने प्रमोद चौधरी को धोखे से पुलिस द्वारा बुलाने की बात कह ले जाया गया। उधर प्रमोद चौधरी की पत्नी आरती देवी अपने पति के वापस आने की राह देखती रही। विगत 14 अप्रैल को प्रमोद चौधरी का शव ओलपाल थाना के समीप एक नहर में देखा गया जिसकी पहचान आरती देवी द्वारा अपने पति के रूप में की गई। थाने में मामला भी दर्ज कराया गया। लेकिन अभी तक न्याय मिलने की आस में आरती सूरत में ही बैठी है। प्रमोद चौधरी का शव देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पहले उसे बहुत टॉर्चर किया गया फिर, पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है। उधर प्रेम प्रसंग में फरार धनंजय और स्वाति का भी कहीं अता-पता नहीं है।
दो आरोपियों को सूरत पुलिस ने किया है गिरफ्तार
वहीं सूरत के खोड़ियार थाना में पीड़िता द्वारा कराए गए प्राथमिकी के बाद कपोतरा थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें नितेश बैठा और सूरत निवासी दीक्षित अनिल भाई जो इस घटना में शामिल था गिरफ्तार किया गया है।
मृतक प्रमोद की पारिवारिक पृष्ठभूमि
सूरत के खोड़ियार में सब्जी का व्यवसाय कर परिवार का भरण पोषण करने वाले प्रमोद चौधरी दो भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो पुत्री और एक पुत्र है। पुत्री निधि कुमारी का उम्र 15 साल, गुलशन कुमार 11 साल और अर्जुन कुमार 8 साल है।
सूरत पुलिस की लापरवाही हुई उजागर
मृतक प्रमोद चौधरी की पत्नी आरती देवी ने रोते हुए सूरत पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरती ने बताया कि जब शव की पहचान हो गई, तो पुलिस ने कहा की आकर शव ले जाओ। जब शव लेने के लिए पहुंची तो पुलिस बोली की शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। आरती ने हत्यारे को दबंग बताते हुए कहा कि गुड्डू के साला जो सूरत में रहता है, उसके द्वारा पुलिस को मोटी रकम देकर मामला को रफा दफा करने का खेल, खेला जा रहा है। परिजन न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पीड़ित परिवार को गुजराती भाषा से खड़ी हुई समस्या
गुजरात पुलिस गुजराती भाषा में प्राथमिकी दर्ज की हुई है। पुलिस गुजराती भाषा में लिखे गए कागजात पर पीड़िता से हस्ताक्षर करवा रही है जिसके कारण कागजात पर क्या लिखा है कहां साइन करना है समझ नहीं पा रहे हैं। पीड़िता को आशंका है कि दबंग आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस नए-नए हथकंडे अपना रही है।