



मोंथा तूफान के कारण हो रही बारिश से थम गया था सफारी का पहिया, साप्ताहिक अवकाश के कारण आज के बजाय कल से शुरू होगा पर्यटकों के लिए जंगल सफारी
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- वाल्मीकि टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा बारिश के कारण पर्यटकों के लिए बंद किए गए जंगल सफारी का परिचालन कल से शुरू कर दिया जाएगा। मोंथा तूफान के कारण लगभग 5 दिनों तक हुई बारिश को देखते हुए वन विभाग द्वारा जंगल सफारी पर रोक लगा दी गई थी। वन विभाग में आज साप्ताहिक छुट्टी के कारण पर्यटकों को वन भ्रमण से वंचित रहना पड़ा है। जंगल सफारी को पुनः परिचालन करने के लिए वन विभाग द्वारा वन मार्गों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद रेंजर अमित कुमार ने बताया कि वन मार्ग में जल जमाव नहीं है। कहीं-कहीं फिसलन है, जो बुधवार तक ठीक हो जाएगा। उसके बाद से पर्यटकों को जंगल सफारी की सुविधा दी जाने लगेगी। सोमवार की सुबह दो जंगल सफारी जंगल के अंदर लाल कार्ड धारक अधिकारियों के लिए गया था। सफारी चालकों की माने तो अगर बारिश नहीं हुई तो बुधवार से जंगल सफारी का परिचालन सुचारू ढंग से किया जा सकता है। वहीं सोमवार को वाल्मीकिनगर भ्रमण के लिए सैकड़ो की संख्या में पर्यटकों की संख्या देखी गई।
अगले सप्ताह से पर्यटकों के लिए राफ्टिंग की सेवा होगी उपलब्ध
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की सुंदरता का आनंद लेने के लिए वाल्मीकि नगर में देश-विदेश से पर्यटकों का लगातार आवागमन होता रहता है। उन पर्यटकों को वन विभाग द्वारा जंगल सफारी के साथ-साथ गंडक नदी में नौका विहार के लिए राफ्टिंग की सेवा दी जाती है। फिलहाल राफ्टिंग का ट्रायल शुरू है। अगले सप्ताह से पर्यटक गंडक नदी में नौका विहार कर सकते हैं।
जंगल कैंप के बजाय वाल्मीकि विहार से हो रहा सफारी का परिचालन
वन विभाग द्वारा सफारी का परिचालन जंगल कैंप की बजाय अब वाल्मीकि विहार परिसर से कराया जा रहा है। वाल्मिकी विहार के हाल में सफारी परिचालन के लिए टिकट बुकिंग का काम 23 अक्टूबर से ही शुरू है। रेंजर अमित कुमार ने बताया की वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद जंगल सफारी का परिचालन वाल्मीकि विहार से शुरू किया गया है।










