




वन प्रमंडल दो के डीएफओ ने नये पर्यटन सत्र की तैयारियों का लिया जायजा
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- जिस दिन का पर्यटकों को लंबे समय से इंतजार था, अब वो दिन नजदीक आ गया है। 23 अक्टूबर से वीटीआर के पर्यटन सत्र का शुभारंभ हो रहा है। लगातार शानदार साइटिंग और जैव विविधता के दम पर कुछ ही सालों में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व ने खासी प्रसिद्धि हासिल की है।पर्यटन सत्र की शुरुआत की तारीख नजदीक आने के साथ ही तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, और पर्यटकों के स्वागत के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी की जा चुकी हैं।
सैलानियों के लिए होंगी विशेष सुविधाएं वीटीआर में आने वाले देश-विदेश के सैलानियों के लिए सफारी वाहन और गाइड तैयार हैं। इस सत्र में भारी भीड़ की उम्मीद है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के डीएफओ विकास कुमार अहलावत ने रविवार की दोपहर नए पर्यटन सत्र शुरुआत से पूर्व की गई तैयारियों का जायजा लेने के लिए वाल्मीकिनगर जंगल कैंप पहुंचे। जहां उन्होंने सभी कार्यों का बारीकी से जायजा लिया। इस मौके पर वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार, फील्ड बायोलॉजिस्ट सौरभ वर्मा, वनपाल आशीष कुमार, साधु दास सहित अन्य कर्मी उपस्थित रहे। डीएफओ विकास अहलावत ने सबसे पहले वाल्मीकि विहार विश्रामालय में हो रहे रंग रोगन कार्य का अवलोकन किया। इस बाबत दिशा निर्देश देते हुए कहा कि काम में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस बाबत डीएफओ विकास अहलावत ने बताया कि फिलहाल पर्यटन सत्र शुरू होने से पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। वाल्मीकि विहार विश्रामालय के कुछ कमरों में एसी नहीं था, उसे लगवाने का काम प्रगति पर है। मंगलवार तक सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। आगामी गुरुवार यानी 23 अक्टूबर से पर्यटन सत्र की शुरुआत हो रही है। वन संरक्षक द्वारा हरी झंडी दिखाकर जंगल सफारी के लिए आए पर्यटकों को रवाना किया जाएगा।
पिछला सत्र 21 अक्टूबर को हुआ था प्रारंभ
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का पिछला पर्यटन सत्र 21 अक्टूबर को शुरू हुआ था। उस समय पर्यटकों को केवल जंगल सफारी की सेवा दी गई थी। गंडक नदी में ज्यादा पानी होने के कारण राफ्टिंग की सेवा लगभग 2 महीने पश्चात शुरू की गई थी, जिसकी संभावना इस साल भी बनी हुई है। फिलहाल पर्यटकों को कमरा और जंगल सफारी बुकिंग के लिए ऑनलाइन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।