




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वाल्मीकि नगर रेंजर श्रीनिवासन नवीन के नेतृत्व में वन कर्मियों के द्वारा योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर बाल्मीकि नगर श्रीनिवासन नवीन ने कहा कि योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप मे मनाने की आधिकारिक मान्यता मिलने के पश्चात योग करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। योग का भारतीय संस्कृति में प्रमुख स्थान है। योग कई असाध्य रोगों को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है। हमारी बदलती जीवनशैली के लिये योग जरूरी है। योग जीवन में मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। योग से हम अपने शरीर को स्वस्थ और मन को शांति प्रदान कर सकते हैं।
योग शारीरिक रूप से सकारात्मक प्रभाव डालता है। योगाभ्यास से हमारी शारीरिक शक्ति बढ़ती है, मानसिक तनाव कम होता है, और रोगों का सामना करने की क्षमता बढ़ती है। योग के अभ्यास से सांस लेने की क्रिया सही होती है, जिससे शरीर का सही ऑक्सीजन प्राप्त होता है और उसकी क्रियाओं में सुधार होता है। मौके पर फील्ड बायोलॉजीस्ट सौरभ वर्मा, वनपाल (आशीष कुमार, साधु दास,सुनील यादव, सोनू कुमार, ओमप्रकाश, मनीष कुमार,शशि कुमार,अर्चिता कुमारी, खुशबू कुमारी, प्रिया भारती आदि मौजूद रहे।