मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट…..
बेतिया/मझौलिया। मझौलिया प्रखंड के डुमरी पंचायत स्थित रघुनाथपुर का जर्जर पुल का कायाकल्प बरसात के पूर्व हो जायेगा।यह बातें एमएलसी इंजीनियर सौरभ कुमार ने पुल निरीक्षण के क्रम में कहा।निरीक्षण के समय डुमरी पंचायत के पूर्व मुखिया सोनू राय,वर्तमान मुखिया संतोष यादव, अफसर अहमद, जिला पार्षद मो. जिया उद्दीन आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।बरसात पूर्व पुल का मरम्मत होगा।बताते चले कि अंग्रेजों के जमाने से बना जर्जर सड़क और लोहे का बना पुल आज खतरे को आमंत्रण दे रहा है। जान हथेली पर रखकर वाहन चालक इस पुल पर आवाजाही करते हैं।रघुनाथपुर गांव निवासी अब्दुल करीम अंसारी ने बताया कि अंग्रेजों के जमाने मे बना यह लोहे का पुल मझौलिया चीनी मिल द्वारा फार्म हाउस पर आवागमन करने वास्ते बनाया था।तथा वार्ड नंबर 6 और 7 के ग्रामीण इस पुल को सौगात के रूप में मान रहे थे।अब जर्जर पुल पर ग्रामीण आवाजाही करने को मजबूर हैं। अब्दुल करीम अंसारी, एहसान आलम, भुवाली मुखिया, शेख इज़हार, भगत मुखिया, अफसर अहमद, मौलाना हकीम अंसारी, श्री राम, बाबूलाल मुखिया आदि ग्रामीणों ने बताया कि बड़े वाहन की आवाजाही बंद हो गया है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ट्रैक्टर चालक जान जोखिम में डालकर अवश्य पुल पार करते हैं। वहीं ग्रामीण दूसरे रास्ते से 5 से 7 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर आते जाते हैं। जिला पार्षद शेख जियाउद्दीन ने बताया कि इस सड़क की स्थिति यह है कि बरसात प्रारंभ होने के साथ आवागमन बंद हो जाता है। सड़क पूरी तरह जर्जर व पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है। पिछले कई वर्षों से ना ही इस सड़क की मरम्मत हुई और ना ही इस क्षतिग्रस्त पुल की कोई सुध ली। फलस्वरूप टूट कर बिखर चुकी है। किसी तरह जर्जर पुल पर मिट्टी भरकर ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर है। कई बार ग्रामीण चोटिल और घायल हो चुके हैं।