



वन विभाग द्वारा गंडक नदी में राफ्टिंग की संचालन शुरू करने की प्रक्रिया हुई तेज, गंडक नदी में राफ्टिंग बोट को किया गया शिफ्ट
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:-वीटीआर में पर्यटन सत्र 2025- 26 की शुरुआत विगत 23 अक्टूबर को बड़े ही गर्मजोशी के साथ शुरू किया गया था। उस समय बिहार के कई जिलों से आए पर्यटकों के स्वागत में झमटा नृत्य की प्रस्तुति की गई थी। वन संरक्षक सह निदेशक डॉक्टर नेशामणि और डीएफओ विकास कुमार अहलावत द्वारा जंगल सफारी को हरी झंडी दिखा रवाना किया गया था। उस समय गंडक नदी में पर्यटकों के लिए दी जाने वाली राफ्टिंग की सेवा की शुरुआत नहीं हुई थी। इसका मुख्य कारण गंडक नदी के जल स्तर में गिरावट होना था। लेकिन पर्यटकों के सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा शनिवार से राफ्टिंग को गंडक नदी में शिफ्ट कर ट्रायल शुरू कर दिया गया है। इसके लिए वन विभाग द्वारा जल संसाधन विभाग को पत्राचार कर अप स्ट्रीम में पॉन्डिंग करने की अपील की गई थी। जिसके बाद जल संसाधन विभाग द्वारा गंडक बैराज के फाटकों को गिरा, अप स्ट्रीम में जल स्तर को बढ़ा दिया गया है। अब वन भ्रमण पर आने वाले पर्यटक जंगल सफारी के साथ गंडक नदी के तेज धार में नौका विहार कर सकेंगे।
मोंथा तूफान के कारण शुरू बारिश ने जंगल सफारी पर लगाया ब्रेक
23 अक्टूबर 2025 से नए पर्यटन की शुरुआत के बाद 28 अक्टूबर से मोंथा तूफान के कारण शुरू हुई बारिश के कारण पर्यटकों के लिए जंगल सफारी पर विभाग द्वारा ब्रेक लगा दिया गया है। रेंजर अमित कुमार ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण वन मार्गो में फिसलन हो गया है। जगह-जगह जल जमाव भी हो गया है। मौसम ठीक होने के बाद पुनः सफारी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल बुकिंग को भी स्थगित कर दिया गया है।
23 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक लगभग 500 पर्यटकों ने किया है वन भ्रमण
वन विभाग के नए पर्यटन सत्र में लगभग 500 पर्यटकों ने जंगल सफारी कर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की सुंदरता का आनंद उठाया है। मौसम खराब होने के कारण फिलहाल पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट हुआ है। मौसम ठीक होने के बाद भी जंगल सफारी शुरू होने में लगभग दो दिन लग सकता है।










