



जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- थाना क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर छठ पूजा के तीसरे दिन आज भगवान भास्कर को संध्या अर्घ्य दिया गया। मान्यताओं के अनुसार, छठ के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।इस पूजा में मुख्य रूप से संतान सुख और परिवार के कल्याण के लिए सूर्य देव से प्रार्थना की जाती है। संध्या अर्घ्य देने के बाद शाम में व्रती महिलाएं व्रत कथा का पाठ भी करती हैं।बताते चलें कि छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। चौथे दिन सूर्य देव को सुबह का अर्घ्य देने के साथ ही इस व्रत का समापन हो जाता है।आस्था और श्रद्धा का महापर्व छठ पूरे देश में बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। आज का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज छठ पर्व का तीसरा दिन है। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है। परंपरा के अनुसार, खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे के कठिन निर्जला व्रत की शुरुआत करती हैं, जो चौथे दिन उषा काल में उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ समाप्त होता है। छठ पर्व को हिंदू धर्म के सबसे कठोर और पवित्र व्रतों में से एक माना जाता है।










