




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- थाना क्षेत्र के काष्ठ भंडार गांव में बाघ के आतंक ने ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ा दी है। सोमवार देर रात बाघ ने बाली बीन की एक बकरी को मार डाला। जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। पशुपालक बाली बीन ने बताया कि रात के समय बाघ ने उसकी बकरी पर हमला उसे मार डाला। ग्रामीणों ने वन विभाग से तुरंत पिंजरा लगाने और बाघ को पकड़ने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। कई ग्रामीणों ने यह भी चिंता जताई कि बाघ का हमला उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरे की घंटी बन सकता है। वन क्षेत्राधिकारी अमित कुमार ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर पिंजरा लगाया जाएगा।
इसके पहले चार बजे सुबह से ही इस सड़क पर जवान, बूढ़े, बच्चे महिलाएं काफी संख्या में टहलते हुए नजर आते थे, लेकिन इस घटना के बाद से उन सड़कों पर सन्नाटा छा गया है। जहां काफी सुबह से ही चहल कदमी शुरू हो जाती थी, बच्चे स्कूल जाने में घबरा रहे हैं और बच्चे जब तक स्कूल से घर वापस नहीं लौट जाते हैं, तब तक मां-बाप अपने आप को काफी असहज महसूस करते रहते हैं। क्षेत्र में पिछले चार दिनों से एक बाघ की दहशत है। बाघ घरों में घुसकर लोगों के पालतू जानवरों का शिकार कर रहा है।इससे रात होते ही लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग घरों के अंदर भी भयभीत हैं, क्योंकि अधिकांश घर खुले और टीन के बने हुए हैं। इस कारण तेंदुआ लोगों के घर के अंदर प्रवेश कर रहा है। पिछले चार दिनों में बाघ घर के अंदर घुसकर दो गाय और आसपास के दूसरे पालतू जानवरों पर हमला कर चुका है।
रेंजर ने बताया कि जिस क्षेत्र में बाघ की दहशत है, वहां आसपास जंगल है। इस क्षेत्र में बाघ भी कई बार लोगों को दिख चुका है।