बाघ ने एक बार फिर से गाय का किया शिकार, ग्रामीणों में बाघ की दहशत।

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जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह

बेतिया/वाल्मीकिनगर:- वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वाल्मीकिनगर रेंज के एनपीसीसी गांव के समीप बाघ ने एक बार फिर से गाय एवं बकरी को मार कर अपना निवाला बनाया है। बीती शाम एनपीसीसी कालोनी निवासी विनोद यादव की गाय चर रही थी। इसी बीच झाड़ी में छिपे बाघ ने हमला कर अपना निवाला बना लिया। इस घटना को देख सभी गायें भागने लगी। इसी बीच बाघ ने जब गर्जना के साथ हमला किया तो प्रत्यक्ष दर्शी शोर मचाते हुए किसी तरह से भाग कर अपना जान बचाई । वहीं इसकी जानकारी वाल्मीकिनगर रेंज को दी गई ,वन विभाग के वन कर्मियों द्वारा घटना स्थल पहुंचकर उसका जायजा लिया गया और पीड़ित परिवार को इसके एवज में मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया है। वहीं इस संबंध में वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार ने बताया है कि घटना की जानकारी मिली है। घटना सत्य हैं। पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा।

वाल्मीकिनगर के ग्रामीणों में बाघ की दहशत

ग्रामीणों ने बताया कि बाघ दिन में ही आबादी क्षेत्र में आ जा रहा है। जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को लेकर अभिभावक चिंतिंत है। बाघ ने कई पालतू पशुओं को निवाला बना लिया है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बीच में अब बाघ पशुओं को मार रहा है। शाम होते ही बाघ की गुर्राहट से लोग दहशत में आ जा रहे हैं। बाघ की दहशत से निजात दिलाने की मांग वन विभाग से की है। आबादी क्षेत्र से महज 300 मीटर दूरी पर बाघ ने गाय को अपना निवाला बनाया है। ग्रामीणों ने जब गाय का क्षत विक्षत शव झाड़ियों में देखा तो हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने कांबिंग शुरु कर दी है। आबादी क्षेत्र के पास में ही बाघ की आमद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।बाघ ने गांव की आबादी से महज दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित झाड़ियों में शिकार कर एक बार फिर से दहशत फैला दी है। बाघ पर काबू पाने के लिए वनकर्मीयो की टीमें बनाई गई है। रेंजर ने ग्रामीणों से अपील की कि गांव व आसपास की झाड़ियों को साफ करे और अकेले जंगलों की तरफ न जाए। वन अधिकारियों की मानें तो बाघ एक बार जंगल की ओर गया, लेकिन शिकार की तलाश में फिर उसी गांव में वापस आ गया। एनपीसीसी गाँव के पास एक बार फिर एक बाघ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उसने सोमवार को एक गाय और एक बकरी पर हमला कर दिया। 20 सितंबर को बाघ ने एनपीसीसी कालोनी में एक गाय को मार डाला था। उसके बाद बाघ आसान शिकार की ओर आकर्षित हो रहा है।गाय के शव के पास बाघ की पहचान के लिए कैमरा ट्रैप लगाया गया है।

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