




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- थाना क्षेत्र के एनपीसीसी कालोनी निवासी रोहित तिवारी के गोशाला में बाघ रात में घुस आया और एक गाय को अपना शिकार बना लिया। जानकारी मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गोशाला का मुआयना करने के बाद बाघ की तलाश की, मगर ट्रेस नहीं हो सका। रेंजर ने बताया कि बाघ को लगातार ट्रेस किया जा रहा है। वनकर्मियों ने बाघ के हमले से गाय के मरने की पुष्टि की है। घटना से ग्रामीणों में दहशत है। बताते चलें कि वाल्मीकिनगर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन रेंज की सीमाओं से सटा हुआ है। देर रात वन क्षेत्र से निकलकर एक बाघ रोहित तिवारी की पशुशाला में घुस गया। उनकी गाय को निवाला बना लिया। गाय के रंभाने की आवाज सुनकर स्वजन जाग गए। पशुशाला में बाघ को देखकर उन्होंने शोर मचा दिया। ग्रामीणों के शोर मचाने और रोशनी दिखाने पर बाघ गाय को छोड़कर वन क्षेत्र की ओर भाग गया।वन कर्मियों ने पदचिन्हों की जांच के बाद बाघ के आने की पुष्टि की। इस बाबत वन क्षेत्राधिकारी अमित कुमार का कहना है कि पीड़ित को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। बताते चलें कि पिछले एक माह से वाल्मीकिनगर और आसपास के इलाकों में टाइगर की मूवमेंट देखी जा रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। वन विभाग की टीम अलर्ट मोड में है और बाघों की लोकेशन ट्रैक कर रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और बिना वजह जंगल की ओर न जाने की हिदायत दी गई है।
घटना के बाद वन विभाग अलर्ट
गांव के लोग बाघ के डर से खेतों और जंगल की तरफ जाने से बच रहे हैं। मवेशियों की सुरक्षा को लेकर भी वे चिंतित हैं। चरवाहे और किसान अपनी जान और संपत्ति को बचाने के लिए परेशान हैं। वन विभाग के द्वारा गांव के लोगों से कहा गया है कि वे बाघ वाले इलाके में अकेले न जाएं। अगर जाना जरूरी हो…. तो समूह में जाएं। साथ ही मवेशियों को सुरक्षित जगह पर रखें। बाघ के इलाके में सावधानी बरतें और किसी भी अप्रिय घटना की तुरंत सूचना वन विभाग को दें।