जंगली हाथियों ने किसानों के कई एकड़ धान के फसलों को पहुंचाया नुकसान।

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रिहायशी क्षेत्र से 10 किलोमीटर के दायरे में हाथियों का हो रहा मूवमेंट

जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,

बेतिया/वाल्मीकिनगर। वीटीआर के गोनौली वन क्षेत्र में नेपाली हाथी फिर आ धमके है। हालांकि अभी तक हाथियों द्वारा कोई जान माल के नुकसान पहुंचाने की खबर नहीं है। हालांकि वनवर्ती ग्रामीण सहमे हुए हैं। वाल्मीकिनगर रेजर अमित कुमार ने बताया कि गोनौली वन क्षेत्र में जंगली हाथियों का झुंड देखे जाने की सूचना है। जंगल के आसपास 10 किमी के दायरे में हाथियों का मूवमेंट है। इन्हें गोनौली के जंगल में देखा गया है। वन वार्मियों की टीम जंगली हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। वीटीआर प्रशासन चौकस है। वहीं वनवतीं ग्रामीणों से सजग रहने की अपील की गई है। ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है। गश्ती दल मौके पर मौजूद है। पहले भी जंगली हाथी इस क्षेत्र में उत्पात मचा चुके हैं।

जो जान माल से लेकर किसानों के कई एकड़ धान के फसलों को नुकसान पहुंचाया है। शुक्रवार की सुबह दरूआबारी के किसान हाथियों द्वारा पहुंच गए धान की फसल के नुकसान को वन अधिकारियों को दिखा मुआवजे की मांग की है। रेंजर अमित कुमार ने बताया कि जंगली हाथियों का झुंड एक साथ निकल रहा है। किसानों को जो नुकसान पहुंच रहा है उनके द्वारा खेत का रसीद और आवेदन देने के बाद मुआवजे की पहल की जाएगी। वीटीआर के पास इन वन्यप्राणियों को नियंत्रित करने के लिए कोई संसाधन नहीं है। हालांकि उन्हें कंट्रोल करने के लिए गज मित्रों की बहाली की गई है। लेकिन वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र में ऐसा अभी व्यवस्था नहीं है। वन परिक्षेत्र में जंगली जानवरों और हाथियों के पहुंचने और उपद्रव करने पर उनको नियंत्रित करने के लिए वन अमला हाथ में डंडा लेकर जान जोखिम में डाल रहा है। वन विभाग को सूचना देने पर वन विभाग का अमला डंडे के सहारे हाथियों को यहां से निकलने का इंतजार कर रहा है।

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