




सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका
बिहार/बांका। फुल्लीडुमर ग्यारह पंचायतो का प्रखंड है जहां 10 गांव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने में किसी प्रकार की सड़क अ सुविधा नहीं है परन्तु पंचायत दक्षिणी कोझी पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने को लेकर मुख सड़क गोंडा , केडिया ,भितीया ,रामसरैया, खेसर ,राता , धनकुडिया होते हुए 25 किलो मीटर रोड को तय करते हुए प्रखंड मुख्यालय आना जाना पड़ता है।
जो खास कर दक्षिण कोझी पंचायत एवं फुल्लीडुमर पंचायत के लोगों को काफी परेसानी उठाना पड़ता है। खास बात यह है की दक्षिण कोझी पंचायत के मुखिया प्रकाश यादव पूर्व मुखिया अजय यादव ,भाजपा नेता राजेश गुप्ता , फुल्लीडुमर पंचायत के धावावरन,भुडकुडिया,साहेव हरिरंजन टोला ,उर्दवारी ,चौडाड ,जावा बहियार,आदी अन्य गांवों के ग्रामिणो का कहना है की बांका बेलहर मुख सड़क से सलैया मोड़ से धावा वरन ,चौडाड होते हुए अगर सड़क बन जाती है तो खास कर दक्षिण कोझी पंचायत एवं फुल्लीडुमर पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय फुल्लीडुमर जाने को लेकर मात्र सात से आठ किलोमीटर रोड को तय करना पड़ेगा। इन तमाम गांव एवं पंचायत के दर्जनों लोगों ने आप बिती सुनाते हुए बताया की सलैया मोड़ से गुजरने बाली सड़क धावा वरन गांव के पास लगभग आधा किलोमीटर ग्रामीण कच्ची सड़क ग्रामिणो के आपसी मतभेद के कारण सड़क नहीं बन पा रही है। वही लगभग तीन से चार किलो मीटर वन विभाग में पड़ने के कारण यह सड़क वर्षों पूर्व से अबरुध पड़ा हुआ है। जिसका खामियाजा दो पंचायतो के लोगों को भोगना पड़ रहा है। इस संबंध में ग्रामीणों का कहना था की इस समस्या से निजात पाने को लेकर क्षेत्रीय विधायक सांसद के साथ साथ अन्य जनप्रतिनिधियो को सैकड़ों वार इस सड़क बनाने को लेकर पहले करने को लेकर गुजारीस किया गया।
लेकीन वादे पर वादे करते चले जाते हैं। लेकीन समस्या ज्यों की त्यों बनी की बनी रह जाती है। चुनावी वादे जरुर कर जाते हैं चुनाव के बाद फिर कोई देखने वाला और सुनने वाला नहीं। आने वाले विधानसभा के चुनाव में इन दो पंचायतो के आम लोगों का यह सबसे बड़ी मुद्दा होगा। कुछ ग्रामिणो ने यह भी कहा की इस चुनाव में एक नारा होगा की जात पात की तोड़ो डोर ,हमें चाहिए पक्की रोड ,नहीं तो होगा वोट विरोध।