




जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। नेपाल की तराई क्षेत्र से लेकर भारतीय सीमा में पिछले 24 घंटे से हो रही झमाझम बारिश से आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं नेपाल में हो रही बारिश के कारण गंडक नदी के जल स्तर में भी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अप स्ट्रीम में कुल पॉन्डिंग 58 हजार के करीब है, जबकि डाउन स्ट्रीम में कुल डिस्चार्ज 41 हजार क्यूसेक किया जा रहा है। राहत की बात यह है कि नेपाल के देव घाट में अभी अधिक बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। यदि तराई क्षेत्र में बारिश होती है, तो समय पूर्व गंडक नदी में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। हालांकि जल संसाधन विभाग की तरफ से बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। जल संसाधन विभाग के कर्मियों को गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में चार शिफ्टों में तैनाती की गई है। सभी शिफ्ट में अभियंताओं को भी तैनात किया गया है ताकि गंडक बराज के फाटकों के निगरानी में किसी प्रकार का कोई कोताही ना बरती जाए। इसके साथ ही नेपाल क्षेत्र में पड़ने वाले एफ्लेक्स बांध और भारतीय सीमा में गंडक नदी के बांधों की निगरानी भी लगातार की जा रही है।
बुधवार सुबह 8.30 तक 21 एमएम बारिश की गई रिकॉर्ड
वाल्मीकिनगर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार की सुबह 8:30 बजे तक 21 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पर्यवेक्षक सुधांशु कुमार ने बताया कि अगले 24 घंटे में गरज के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना बनी हुई है। इसके लिए आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम की बेरुखी से पर्यटन पर पड़ेगा बुरा असर
पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण समय पूर्व पर्यटन सत्र की समाप्ति भी हो सकती है। बारिश के चलते वन मार्गो में जल जमाव वह फिसलन के कारण जंगल सफारी प्रभावित हो सकता है। जिसके कारण वाल्मीकि नगर आने वाले पर्यटकों के लिए परेशानी हो सकती है। फिलहाल बुधवार की सुबह लगभग 100 की संख्या में पर्यटकों ने झमाझम बारिश के बीच ही वन भ्रमण कर सुहावने मौसम का आनंद लिया है।