झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहाना, नेपाल की तराई क्षेत्र सहित भारतीय सीमा में रिकॉर्ड की गई 12 एमएम बारिश।

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विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..

तेज हवा के साथ हुई बारिश लीची एवं गन्ने को होगा फायदा

बेतिया/वाल्मीकिनगर। नेपाल की तराई क्षेत्र सहित भारतीय सीमा क्षेत्र में बुधवार की सुबह हुई बारिश से लीची एवं गन्ने की फसल तो फायदा हुआ है। बुधवार की सुबह हुई बारिश को देख किसान फूले नहीं समा रहे थे। किसानों ने बताया कि इंद्रदेव की बड़ी कृपा हुई है। जो किसान धान का बिचडा गिरा चुके हैं उनके लिए भी और जिनको धान का बीज गिराना है उनके लिए भी यह बारिश अमृत के समान है। साथ ही आम और लीची के फसलों के साथ-साथ गन्ने के फसल को भी काफी फायदा पहुंचा है। वाल्मीकि नगर स्थित मौसम विभाग केंद्र के पर्यवेक्षक सुधांशु कुमार ने बताया कि अगले 24 घंटे में भी गरज के साथ बारिश का अनुमान है। इस दौरान तेज हवा भी चलेगी। बुधवार को 12 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है जो, इस साल अभी तक का सबसे ज्यादा बारिश है। बारिश आने से पूर्व और बारिश के बाद भी नेपाल से लेकर भारतीय सीमा में अंधेरा छाया रहा, और बादल गरजते रहे। आलम ऐसा रहा की वाहनों को दिन में ही लाइट जलाकर चलाना पड़ा। बारिश आने के साथ ही मौसम में ठंडक घुल गई जिससे आम लोगों को गर्मी से बहुत राहत पहुंची।

बारिश से पर्यटन पर पड़ा है प्रतिकूल असर

बुधवार की सुबह 9.30 बजे से तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश से पर्यटन स्थल वाल्मीकिनगर में पर्यटन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। बुधवार को मात्र 25 पर्यटक ही जंगल सफारी से वन भ्रमण कर सके। 9.30 बजे के बाद जिन पर्यटकों को जंगल सफारी करना था, उन्हें इससे निराशा हाथ लगी। वन मार्गो पर जल जमाव के कारण दोपहर से जंगल सफारी पर ब्रेक लगा दिया गया।

बोले रेंजर

लगातार मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण पर्यटन पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है।इस बाबत रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि अगर ऐसे हालात बने रहे तो, समय पूर्व ही पर्यटन सत्र समाप्ति की घोषणा कर दी जाएगी।ऐसे तो विभाग द्वारा जून के तीसरे सप्ताह तक पर्यटन सत्र की समाप्ति की जाती है। लेकिन मौसम अगर अनुकूल नहीं रहा तो, फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसका मुख्य कारण वन मार्गो में गड्ढे और पानी के कारण फिसलन बढ़ जाता है।

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