




विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..
बेतिया/वाल्मीकिनगर। भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 142 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वैशाख पूर्णिमा एवं बुद्ध जयंती के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि निर्माता एचेल थारू,विशिष्ट अतिथि निर्माता अरविंद कुमार अकेला, समाजसेवी संगीत आनंद, रोशन कुमार, स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता, दिल कुमारी देवी, पंडित रामेश्वर तिवारी,फाइटर जयदेव कुमार ,यूट्यूबर सोनू चौधरी एवं हिरिमती देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि ने संबोधन के क्रम में कहा कि इंसानियत और मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। आज भी बुद्धम शरणम गच्छामि मंत्र को आत्मसात करने की जरूरत है। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं समाजसेवी संगीत आनंद ने बुद्ध जयंती के अवसर पर महात्मा बुद्ध के बताए गए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। हिंदू मान्यताओं के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने गौतम बुद्ध के रूप में 9 वां अवतार लिया था। महाप्रसाद की व्यवस्था स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता द्वारा की गई। व्यवसाई विजय कुमार गुप्ता के सौजन्य से अंगवस्त्रम द्वारा अतिथिगण सम्मानित किए गए। थरुहट के
फाइटर जयदेव कुमार ने कहा कि संस्था द्वारा 6 नवंबर 2014 से नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
भारत नेपाल सीमा पर हर महीने की पूर्णिमा तिथि को महाआरती का आयोजन करके पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के प्रति जन जागरूकता फैलाई जा रही है । रामा सिंह ने कहा कि संस्था द्वारा लावारिस दिव्यांग जनों को 14 नवंबर 2012 से दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से भोजन दिया जाता है। संस्था द्वारा आयोजित विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में विशिष्ट योगदान देने हेतु पवन भट्टराई, नेपाल के धर्मपाल गुरु वशिष्ठ जी महाराज, अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, नवरत्न प्रसाद, वर्ल्ड मीडिया विजन नई दिल्ली के निदेशक राजेश कुमार गुप्ता, फौजी संतोष कुमार थापा, लेखक एम. शफी, फौजी विद्यासागर राणा, चंदन मिश्रा एवं स्वास्थ्य कर्मी धर्मेंद्र कुमार गुप्ता के प्रति आभार प्रकट किया गया।