मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट…
बेतिया/मझौलिया। मझौलिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बेखबरा गांव में हनुमत प्राण-प्रतिष्ठा एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर कलश यात्रा यात्रा निकाली गई। यज्ञ प्रारंभ से पूर्व 1001 कुंवारी कन्याओं ने सिर पर कलश रखकर भव्य शोभा यात्रा निकाली। शोभायात्रा कथा स्थल से निकलकर बेखबरा बिनटोली, गुरचुरवा गांव होते हुए ऐतिहासिक राज घाट कोहड़ा नदी पहुंची। जहां आचार्य पंडित उपेंद्र तिवारी (वेद जी) द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भरकर नाचते गाते एवं बच्चों द्वारा निकाले गए झांकी के साथ वापस कथा स्थल तक पहुंची। पंडित उपेंद्र तिवारी ने बताया कि भागवत कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है तथा मानव को शांति एवं मोक्ष मुक्ति मिलती है। श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। इस कलयुग में भागवत कथा का बहुत बड़ा महत्व है। इस दौरान शोभायात्रा में यजमान रामेश्वर प्रसाद चौरसिया, लालबाबू प्रसाद चौरसिया, पारस प्रसाद, शत्रुघ्न प्रसाद, सत्य भगत, रविकांत प्रसाद, दशरथ प्रसाद, चंद्रिका प्रसाद, सत्य प्रकाश प्रसाद, राम झूलन शर्मा, परमानंद शर्मा आदि शोभायात्रा में शामिल हुए। कथावाचक आचार्य उमेश त्रिपाठी ने बताया कि यज्ञ का शुभारंभ रविवार 22 जनवरी से होगी तथा इसकी पूर्णाहुति 28 जनवरी शनिवार को होगी। कथावाचक आचार्य उमेश त्रिपाठी ने बताया कि
जीव को ईश्वर से मिलाने का सर्वोच्च साधन का नाम भागवत है। संसारिक बंधनों से मुक्ति, त्याग होना ही भागवत है। भागवत के माध्यम से जीव मृत्यु पर विजय प्राप्त करता है। कर्म बंधन कुकृत्य,असंतोष,मोह लोभ से मुक्ति मिलती है। इस अवसर पर पंडित अभिनंदन तिवारी, पंडित चंदन तिवारी, आनंद कुमार, अभय कुमार, सुनील कुमार, करण कुमार, विनय कुमार ,मंटू कुमार आदि श्रद्धालु शामिल थे।