मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट…
बेतिया/मझौलिया। पश्चिम चंपारण बेतिया जिले का सबसे बड़ा प्रखंड मझौलिया है जिस में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया का औचक निरीक्षण करने पहुंचे प्रखंड प्रमुख शुक्ता मुखी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी वरुण केतन जब अस्पताल परिसर में पहुंचे तो स्वास्थ्य कर्मियों में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया। ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों सहायकों और कर्मियों की स्थिति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान कई कमियां पाई गई तथा चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी
अपने ड्यूटी से नदारद पाए गए। ड्यूटी चार्ट, चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति पंजी मांगने पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा देने से स्पष्ट इनकार कर दिया गया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड प्रमुख सुमुखी ने अस्पताल की इस दयनीय स्थिति पर उपस्थित कर्मियों को कड़ी फटकार लगाई तथा चेताया की अस्पताल परिषद की साफ-सफाई मरीजों को समय से उचित मात्रा में भोजन दवा सहित चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान मिली खामियां को अविलंब दुरुस्त करने का निर्देश दिया। अस्पताल में दवा उपलब्ध होने के बाद भी रोगी को बाहर से दवा खरीदने को विवश होते है। पकड़े जाने पर संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। प्रखंड विकास पदाधिकारी वरुण केतन ने कहा कि मनुष्य की सबसे बड़ी संपत्ति स्वास्थ्य है। साफ सफाई जीवन का अनिवार्य अंग है। इसके लिए सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाएं मरीजों को मिलनी चाहिए। इसमें कोताही बरतने वाले चिकित्सकों एवं कर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए अनुशंसा किया जाएगा। उन्होंने अवैध उगाही को लेकर चेतावनी दिया कि प्रसव के दौरान गर्भवती को या उनके परिजनों को प्रताड़ित करना अगर साबित हो गया तो उक्त चिकित्सा कर्मी के विरुद्ध अभिलंब विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने ड्यूटी चार्ट को नियमित रूप से पूर्ण करना समय पर आना उचित मात्रा में मरीजों को निवाला मिलना आदि का अनुपालन करने पर हिदायत दिया। इधर इस संदर्भ में संपर्क करने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि नजदीकी रिश्तेदार की मृत्यु होने के कारण आज ड्यूटी पर नहीं आए हैं। फिलहाल प्रखंड प्रमुख और प्रखंड विकास पदाधिकारी के औचक निरीक्षण से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया में अफरा तफरी का माहौल देखा गया तथा कई कमियां उजागर हुई।