




सुधीर कुमार सिंह की रिपोर्ट…
बिहार/बाँका। प्रखंड क्षेत्र के सभी 11 पंचायत में प्रधानमंत्री आवास प्लस टू सर्वे सूची में नाम को अंकित करने को लेकर जॉब कार्ड अति आवश्यक किए जाने पर जॉब कार्ड बनाने को लेकर प्रतिदिन सैकड़ो लघु मनरेगा कार्यालय का चक्कर लगाते थक रहे हैं। जानकारी के अनुसार मनरेगा कार्यालय में कर्मियों के कमी के कारण जॉब कार्ड बनाने में काफी लाभुक परेशानी हो रही है। जिस कारण गरीब अ सहाय लाचार पत्र निराश होकर वापस चले जाते हैं 10 जनवरी से 31 मार्च तक सर्वे कार्य का अंतिम समय निर्धारित है। यदि समय पर जॉब कार्ड लाभुक को समय पर उपलब्ध नहीं हो जाता है तो पीएम आवास योजना के सर्वे सूची में नाम जुड़वाने से वंचित रह जाएंगे इस संबंध में जब प्रखंड विकास पदाधिकारी कृष्ण कुमार से जानकारी ली गई तो बताया गया कि प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया गया है कि जॉब कार्ड बनाने में तेजी लाया जाए ताकि समय सीमा के अंतर्गत लाभुक इसका फायदा ले सकें। वही इन्होंने यह भी बात की कुछ लोगों के द्वारा शिकायत मिली है कि मनरेगा कार्यालय में आवेदन जमा करने को लेकर जब लाभुक जाते हैं तो उन्हें वापस कर दिया जाता है वहीं कुछ लाभ कौन है यह भी बताया कि गुप्त रूप में कुछ प्रसाद चढ़ाने पर या फिर भी पैगाम लगाने पर कर्ज में तेजी आती है वहीं प्रखंड के उप प्रमुख बेनी शंकर यादव से भी लोगों ने कुछ शिकायत की है।
इस संबंध में बनी शंकर यादव ने बताया कि मनरेगा कर्मियों को जॉब कार्ड बनाने को लेकर निर्देश दिया गया है एवं लाभुक को परेशान नहीं करने को लेकर भी निर्देश दिया गया है। उप प्रमुख बेनी शंकर यादव एवं वीडियो कृष्ण कुमार ने यह भी कहा अगर किसी लाभुक के द्वारा चढ़ावा प्रसाद के संबंध में लिखित आवेदन प्राप्त होता है तो निश्चित तौर पर वैसे मनरेगा कर्मी पर कार्यवाही होने से कोई रोक नहीं सकता इस बात को लेकर मनरेगा कर्मी में घबराहट पैदा हो गई है।