मझौलिया में शारदीय नवरात्र के अवसर पर आयोजित भक्ति जागरण में लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी, रात भर झूमे श्रद्धालु।

0
1069



Spread the love

मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट….

बेतिया/मझौलिया। मझौलिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बैठनिया भानाचक पंचायत के वार्ड नम्बर पाँच स्थित
गढ़ी माई के प्रांगण में दुर्गा पूजा समिति बैठनिया के सौजन्य से शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन बीते बुधवार की रात भक्ति जागरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका शुभारंभ आचार्य सुमन तिवारी द्वारा वैदिक मंत्र उच्चारण के बीच
दुर्गा पूजा समिति बैठनिया के अध्यक्ष नीरज पांडे कोषाध्यक्ष वार्ड सदस्य नितेश कुमार सचिव रामचंद्र यादव प्रबंधक संतोष तिवारी, संजीव ठाकुर यज्ञ यजमान टीमल यादव, संयोजक विकास तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से पिता काटकर उद्घाटन किया गया। तदुपरांत आगंतुक कलाकारों को पूजा समिति द्वारा अंग वस्त्र दे कर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में समिति के अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा कि दुर्गा पूजा हिंदू धर्म के
सबसे पवन और पवित्र त्योहार में से एक है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में मां दुर्गा की अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। वही कोषाध्यक्ष वार्ड सदस्य नितेश कुमार ने कहा कि नवरात्र पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। यह दुर्गा पूजा जनसहयोग से जनकल्याण के लिए किया जा रहा है।बैठनिया गढ़ी माई के प्रांगण में सैकड़ो की संख्या में भक्तगण नवरात्रि के समय माता का दर्शन करने आते हैं और अपना मन वांछित फल प्राप्त करते हैं। जानकारी देते हुए प्रबंधक संतोष तिवारी ने कहा कि विगत 20 वर्षों से गढ़ी माई बैठनिया स्थान पर दुर्गा पूजा होते आया है जनता का और अधिक सहयोग मिला तो इससे और बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।

आयोजित भक्ति जागरण कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। भक्ति जागरण में लोकप्रिय गायक नितेश हलचल एवं धामु बाबू तथा रंजन बिहारी ने एक से बढ़कर एक आकर्षक कार्यक्रमों को प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।कार्यक्रम की शुरुआत मां दुर्गा की वंदना से प्रारंभ की गई। मंच का संचालन आचार्य सुमन तिवारी ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से मानसिक विकार दूर होता है। साथ ही लोगों में नई ऊर्जा का भी संचार होता है। और बताया कि शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास रखा जाता है। शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन साधक का मन ‘गति चक्र’ में अवस्थित होता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि ब्रह्मांड की रचनाकार मां कुष्मांडा सूर्यमंडल में निवास करती हैं। मां के मुखमंडल से तेज प्रकट होती है। इस तेज से समस्त ब्रह्मांड प्रकाशवान होता है। धार्मिक मत है कि मां कुष्मांडा की पूजा करने से साधक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही शारीरिक और मानसिक विकारों से मुक्ति मिलती है। इस मौके पर पंडित विंध्यवासिनी तिवारी,बाबा नगीना दास, भुनेश्वर यादव, रूपेश ठाकुर, रिशु पांडे, योगेंद्र यादव, विवेक कुमार, प्रदीप कुमार, अरविंद ठाकुर, राकेश कुमार, सुमित कुमार, हिमांशु कुमार, दयाली महतो, उमेश यादव, सुरेश यादव, नंदकिशोर महतो, ललन कुमार, मनीष कुमार साह, कृष्णा कुमार यादव सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here