



जिला व्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- विधानसभा चुनाव की वोटिग प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद से हर जगह चुनावी नतीजों का शोर सुनाई देने लगा है। हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल है कि इस बार कौन होगा वाल्मीकिनगर का भाग्यशाली विजेता। इसको लेकर जहां लोग अपने-अपने समर्थकों की जीत के दावों की झड़ी लगा रहे है, तो वहीं कई लोग कह रहे हैं कि इस बार हुई बंपर वोटिग के चलते गणित बिगड़ा हुआ है। प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी अपनी- अपनी जीत के दावे ठोक रहे हैं। लेकिन इस बार के राजनीतिक समीकरण काफी अलग हैं। जिसके चलते बाजारों में चुनाव की चर्चा का शोर अपने चरम पर है।राजनीतिक चर्चा करते हुए नजर आए कुछ लोगों का कहना था कि नीतीश कुमार के बीस वर्षों के विकास के कार्यो से उसके उम्मीदवार को लीड मिल रही है, तो कोई अपने उम्मीदवार का पलड़ा मजबूत बता रहा था। इस बार का मुकाबला काफी रोमांचक है और दोनों पार्टियां मजबूत स्थिति में है। हालांकि इसका पता तो 14 नवंबर को ही पता चलेगा। नीतीश कुमार की ओर से जो विकास कार्य करवाए गए हैं, लोगों ने उसी पर बल देते हुए वोटिग की है। उनका दावा है कि एनडीए की स्थिति वाल्मीकिनगर में काफी मजबूत है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि 20 वर्ष से नीतीश कुमार को देख चुके हैं और इस बार लोगों का वोट बदलाव को लेकर ही हुआ है।










