




सुधीर कुमार सिंह जिला रिपोर्टर बांका
बिहार/बांका। बांका जिले के फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र भितीया बिट एवं बांका बिट में पड़ने बाले वनबिभाग के जंगलों में विगत कई माह पूर्व से मोहनपूर,राजबाड़ा ,आदी गांवों के आस पास जंगलों में बेस किमती सखुआ पेड़ों के कटाई लगातार जारी है जानकारी हो की विगत दो माह पूर्व मोहनपूर गांव के समीप के जंगलों में कयी मोटे मोटे सखुआ के पेड़ों को काटकर गिरा दिया गया है ।जिसका विभाग के द्वारा कोई देख लेगा करने वाला नहीं है इस बात को लेकर 14 अक्टुबर 2025मंगलवार को मोहनपूर गांव के शंभू यादव ,डबलू कुमार , प्रियरंजन कुमार ,दीपक कुमार विजय कुमार,नितीश कुमार ,महेश रावत ,अपील देव यादव , मकेश्वर मांझी,मनोज यादव बोली मंडल ,आदी अन्य लोगों के द्वारा बताया गया की यह सारा खेल छुपे तौर पर वन विभाग के मिली भगत से ही हो रहा है इन ग्रामीण युवाओं द्वारा वनविभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी बताया की आरा मशीन द्वारा दर्जनों मोटे मोटे सखुआ के किमती हरे पेड़ों को सात सात फीट लम्बा टुकड़ा बना कर विगत दो माह से उपर मोहनपूर गांव के समीप जंगलों में रखा पड़ा है।
जिसे मोका पाकर व्यापारियों द्वारा रात्रि का लाभ उठाते हुए ले जाने में सफलता पाई गि ।इस संबंध में मोहनपुर गांव के दर्जनों युवाओं का बन विभाग से कमी वार गुहार लगाई गयी है की आप लोग इस किमती सखुआ पेड़ों को उठाते हुए भितीया या बांका ले जायें ।ग्रामिनो ने बताया की जंगल में पड़े सभी कित्ती लकड़ियों का अनुमानित किमत लगभग आठ से दस लाख का होगा ग्रामीणों के कथना नुसार माने तो यह पहली घटना नहि है इस तरह के छुपे तोर पर सखुआ, महुआ, प्यार,केन सागवान महुगुनी ,जैसे पडो की कटाई होते रहते हैं ।साथ ही स्थानीय ग्रामीणों द्वारा किमती लकड़ियों को काट कर जलावन के रूप में भी उपयोग कर लेते हैं इससे प्रतिदिन माने तो हजारों किया कयी हजारों के कीमत के लकड़ी बर्बाद हो रहा है कयी बार समाचार पत्रों में भी समाचार प्रकाशित भी हुआ है पर कुंभ करने के निंद में सोए विभाग के वनरक्षी एवं आलाधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं । ग्रामीण युवाओं का यह भी कहना था की अगर अविलम्ब वन बिभाग जंगल के किमती लकड़ियों का सुरक्षा को कोई उपाय नहीं निकालेंगे तो निश्चित तौर पर इसकी लिखीत सिकाक्षत जिलाधिकारी बांका एवं अन्य बरीय पदाधिकारी से किया जायगा।