



मानसून सत्र में वन अपराधियों का बढ़ते गतिविधि पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग की पहल
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा वन संपदा एवं वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर इन दिनों सतर्कता बरती जा रही है। 31 जुलाई से वन विभाग का मानसून सत्र की शुरुआत हुई है। इस दौरान पर्यटन सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जंगल के अंदर जंगल सफारी के आवागमन के साथ-साथ गंडक नदी में राफ्टिंग की सेवा भी बंद कर दी गई है। जिसके कारण वन अपराधियों की गतिविधि बढ़ जाती है। रेंजर अमित कुमार ने बताया कि मानसून सत्र वन्य जीवों का प्रजनन काल होता है। इस समय वन्य जीव प्रजनन क्रिया के लिए एकांत और शांत वातावरण की तलाश करते हैं। यह समय वन अपराधियों के लिए अनुकूल होता है। जिस पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग समय-समय पर सीमा सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ है जंगल के विभिन्न क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करती है। सुरक्षा कर्मियों के गतिविधि के कारण वन अपराधियों के मंसूबे पर पानी फिर जाता है। इसी को लेकर सोमवार की शाम वनपाल साधु दास वनरक्षी शुभम कुमार के साथ सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने जॉइंट पेट्रोलिंग किया।










