


बगहा/चौतरवा। बगहा अनुमंडल क्षेत्र में परम भक्ति व उल्लास के साथ सोमवती अमावस्या मनाई गई। अहले सुबह से ही विभिन्न शिवालयों व देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी गई। अधिक मास में यदि अमावस्या सोमवार को पड़े तो उसका विशेष महत्व होता है। पंडित लालाजी तिवारी बताते हैं कि धर्म के अनुसार सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व होता है। इसमें सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति के स्वास्थ्य लंबी आयु व कन्याएं अच्छे पति की कामना से व्रत रखती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को सच्चे मन से करने वालों की मनोकामना अवश्य पूरी होती है। इसमें तुलसी,सूर्य,विष्णु,शिव व पार्वती की पूजा की जाती है। बताते हैं कि सावन में सोमवार को पड़ने के चलते ही इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। किसान इसे हरियाली अमावस्या के रूप में मनाते हैं। इस दिन अपने खेती की उपकरणों की पूजा करते हैं। साथ ही विष्णु भगवान की पूजा करते हैं ,जिससे उनकी फसलें अच्छी हों।